रावण पर भी मंदी की मार

 07 Oct 2019  982
संवाददाता/in24 न्यूज़.  

महंगाई और मंदी की मार से जहां आम आदमी परेशान है वहीं सोने की लंका के राजा रावण के पुतलों को भी महंगाई से जूझना पड़ रहा है. अबकि बार बुराई के प्रतीक रावण, कुंभकरण और मेघनाथ (पुतलों) के भाव बढ़े हुए हैं. इन पुतलों को बनाने वाली सामग्री महंगी हो गई है, जिसकी वजह से इनके दामों पर असर देखा जा रहा है. अर्थव्यवस्था में सुस्ती की मार से 'रावण' भी बच नहीं पाया है. आर्थिक मंदी का असर हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. यही नही त्यौहार, पर्व भी इससे अछूते नहीं हैं. दशहरा पर्व पर भी आर्थिक मंदी का असर देखने को मिल रहा है.आलम यह है कि महंगाई की मार ने रावण,मेघनाथ के कद भी छोटे कर दिए हैं. पिछले वर्ष की तुलना में रावण की लंबाई कम हुई है,वहीं आर्थिक मंदी से जूझ रहे कलाकारों पर बिहार में आई बाढ़ में दोहरी मार की है. बांस की कमी के कारण रावण बनाने में दिक्कतें आ रही हैं. पुतलों के बाजार में 'रावण' का कद और छोटा हो गया है. पुतला बनाने वाले कारीगरों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है. इन कारीगरों का कहना है कि अर्थव्यवस्था सुस्त है, साथ ही पुतला बनाने वाली सामग्रियों के दाम काफी चढ़ चुके हैं. ऐसे में हमें पुतलों का आकार काफी छोटा करना पड़ा है.