10 महीने में जीडीपी अनुमान में करीब ढाई फीसदी की कटौती
05 Dec 2019
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले 10 महीने में जीडीपी ग्रोथ अनुमान में 2.4 फीसदी की कटौती की है. इस साल फरवरी में रिजर्व बैंक ने यह अनुमान लगाया था कि वित्त वर्ष 2019-20 में भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 7.4 फीसदी की होगी. अप्रैल 2019 में रिजर्व बैंक ने इस अनुमान को घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया. इसके बाद फिर जून की अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में रिजर्व बैंक ने कहा कि इस वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रह सकती है. इसके बाद अगस्त 2019 में रिजर्व बैंक ने इस अनुमान को घटाकर 6.9 फीसदी और अक्टूबर में घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया. अब इस अनुमान को घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है. वित्त वर्ष 2018-19 में देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी थी.भारतीय रिजर्व बैंक ने भी अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान देश की जीडीपी बढ़त के अनुमान को 6.1 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है. इसके पहले रिजर्व बैंक ने अक्टूबर महीने में नीतिगत समीक्षा में यह अनुमान जाहिर किया था कि वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी बढ़त 6.1 फीसदी हो सकती है.इसके पहले कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटा दिया था. अब रिजर्व बैंक ने कहा है कि जोखिम पर संतुलन बनने के बावजूद जीडीपी ग्रोथ अनुमान से कम रह सकती है. गौरतलब है कि इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6 साल के निचले स्तर 4.5 फीसदी तक पहुंच गई थी.चालू वित्त वर्ष (2019-20) की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ का आंकड़ा 4.5 फीसदी पहुंच गया है. यह करीब 6 साल में किसी एक तिमाही की सबसे बड़ी गिरावट है.सरकार साल 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर ( करीब 350 लाख करोड़ रुपये) इकोनॉमी के लक्ष्य पर जोर दे रही है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार को जीडीपी ग्रोथ की रफ्तार भी तेज करने के लिए काम करना होगा, लेकिन अभी अर्थव्यवस्था की जो रफ्तार है उसके हिसाब से यह दूर की कौड़ी लगती है, इसी वजह से जीडीपी को लेकर सवाल-जवाब तेज हो गए हैं.