सोनभद्र जिले में तीन हज़ार टन के सोने के भंडार का पता चला

 22 Feb 2020  880

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
भारत पूरी दुनिया में अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए जाना जाता है. अगर बात प्राकृतिक सम्पदाओं की बात करें तब भी हमारा देश दुनिया में सबसे अलग और समृद्ध माना जाता है. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में लगभग 3,000 टन के सोने के भंडार का पता लगाया है. बताया जा रहा है कि यह भारत के गोल्ड के वर्तमान रिजर्व से लगभग पांच गुना अधिक है. जिला खनन अधिकारी के. के. राय ने कहा कि यह सोने का भंडार यहां सोन पहाड़ी और हरदी इलाके में पाया गया है. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा सोनभद्र में सोने के भंडार को खोजने का काम 1992-93 के लगभग दो दशक पहले शुरू किया गया था. अधिकारी ने कहा कि सोन पहाड़ी में लगभग 2,943.26 टन सोना है, जबकि हरदी ब्लॉक में यह 646.16 किलोग्राम है. राय ने कहा कि सोने के अलावा कुछ अन्य खनिज भी इस क्षेत्र में पाए गए हैं. वर्ल्ड गोल्ड काउन्सिल के अनुसार भारत में वर्तमान में 626 टन सोने का भंडार है और यह नया भंडार उस राशि का लगभग पांच गुना है. इसकी कीमत लगभग 12 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है. कथित तौर पर अंग्रेजों ने सोनभद्र क्षेत्र में सोने के भंडार को खोजने की प्रक्रिया शुरू की थी, जो नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्र होने के लिए अक्सर सुर्खियों में रहता है. दिलचस्प बात यह है कि सोनभद्र - उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है. यह देश का एकमात्र जिला है, जो चार राज्यों मध्य प्रदेश, पश्चिम में छत्तीसगढ़, दक्षिण में झारखंड, दक्षिण-पूर्व में झारखंड और पूर्व में बिहार को जोड़ता है. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के लिए काम करने वाले डॉ. पृथ्वी मिश्रा जो 2011 में सेवानिवृत्त हुए, ने कहा कि इस क्षेत्र में सोने का भंडार दो भागों में विभाजित है. मिश्रा ने अपनी सेवानिवृत्ति के समय की जानकारी का भी खुलासा किया था और दावा किया था कि सोने से बनी एक चट्टान थी जो लगभग एक किलोमीटर लंबी, 18 मीटर ऊंची और 15 मीटर चौड़ी है.