लॉकडाउन में महंगे हुए डीज़ल-पेट्रोल

 05 May 2020  745

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना वायरस के चलते पूरे विश्व में पेट्रोलियम पदार्थों की मांग में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन अब एक बार लॉकडाउन के तीसरे चरण में होने के कारण सरकार की तरफ मिली छूट से बाज़ारों में भीड़ बढ़ी है. इस माहौल में एक बार फिर पेट्रोल, डीजल के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली है। दिल्ली सरकार ने ईंधन पर वैट बढ़ा दिया है। जिसके चलते पेट्रोल 1.67 रुपये और डीजल 7.10 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। दूसरी तरफ देश में अप्रैल माह के दौरान ईंधन की मांग में भारी गिरावट दर्ज की गई। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते आर्थिक गतिविधियों के थमने और आवागमन बंद रहने से ईंधन मांग में करीब 70 प्रतिशत तक की गिरावट रही। हालांकि, एलपीजी की मांग में इस दौरान 12 प्रतिशत तक वृद्धि रही।उद्योग जगत के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की बिक्री 64 प्रतिशत कम रही जबकि दूसरे पखवाड़े में यह गिरावट 61 प्रतिशत रह गई। इसी प्रकार पहले पखवाड़े में डीजल की बिक्री 61 प्रतिशत घटी जोकि दूसरे पखवाड़े में इसमें कुछ 56.5 प्रतिशत की गिरावट ही रह गई। वहीं विमान ईंधन (एटीएफ) की खपत इस दौरान 91.5 प्रतिशत तक घट गई। वृद्धि दर्ज करने वाला एकमात्र ईंधन एलपीजी रहा है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत ने वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के घटे दाम का फायदा उठाते हुये अपने भूमिगत तेल भंडारों, टैंकों, पाइपलाइनों और जलपोतों में 3 करोड़ 20 लाख टन कच्चे तेल का भंडारण कर लिया है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। भारत पेट्रोलियम उत्पादों की अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिये 85 प्रतिशत की भरपाई आयात से करता है।