सोने की मांग में भारी कमी, निचले स्तर तक पहुंची मांग

 30 Jul 2020  612

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
कोरोना के संकट काल में सोने की कीमत में भले ही बढ़ोत्तरी हुई, मगर इसकी मांग में भारी कमी आई है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने गुरुवार को कहा कि 2020 में भारत की सोने की मांग 26 साल के निचले स्तर पर आने की उम्मीद है क्योंकि कीमतें अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं. दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सराफा उपभोक्ता डिमांड में आयी कमी से वैश्विक कीमतों में तेजी आ सकती है, जो इस महीने की शुरुआत में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. हालांकि भारत में सोने का कम आयत व्यापार घाटे को कम कर सकता है और बीमार रुपये का मजबूत कर सकता है. विश्व गोल्ड काउंसिल के मुताबिक कोविड-19 के लॉकडाउन और अधिक कीमतों के कारण पिछले साल की समान अवधि की तुलना में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत में सोने की मांग अप्रैल-जून तिमाही में 70 प्रतिशत तक गिरकर 63.7 टन रह गई. 2019 की दूसरी तिमाही के दौरान देश में सोने की कुल मांग 213.2 टन थी. कीमत के लिहाज से देखें तो इस वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान भारत की सोने की मांग 26,600 करोड़ रुपये थी, जो कि 2019 की इसी अवधि में 62,420 करोड़ की तुलना में 57 प्रतिशत कम है. भारत में 2020 की दूसरी तिमाही में ज्वैलरी की कुल मांग 2019 की समान तिमाही की तुलना में 74 प्रतिशत कम हुई है. इस साल अप्रैल-जून के दौरान आभूषणों की मांग 44 टन थी, जो पिछले साल 168.6 थी. वैल्यू के हिसाब से देखें तो इस साल अप्रैल से जून में इसमें 63 प्रतिशत की गिरावट आई, जो 18,350 करोड़ थी, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 49,380 करोड़ थी. पिछले साल 44.5 टन के मुकाबले इस तिमाही के दौरान में कुल निवेश मांग 56 प्रतिशत घटकर 19.8 टन रही. मूल्य के लिहाज से देखें तो इस साल की दूसरी तिमाही के दौरान सोने की निवेश मांग 37 प्रतिशत गिरकर 8,250 करोड़ रही, पिछले साल यह 13,040 थी. जाहिर है कोरोना महामारी के बीच सोना की खरीददारी पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है.