अब काला नमक भी बनेगा बासमती जैसा ब्रांड

 26 Aug 2020  580

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से आत्मनिर्भर होने की अपील की थी. उसके बाद एक अच्छा ख़ासा महल बनना शुरू हो गया. इस मामले में उत्तर प्रदेश का नाम सामने आया है. इसने आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम आगे बढ़ा दिया है। खुशबू और स्वाद में बेमिसाल, आयरन और जिंक की प्रचुरता के नाते परंपरागत चावल से तुलनात्मक रूप से पौष्टिक, भगवान बुद्ध का प्रसाद और पूर्वांचल की शान काला नमक भी अब हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बासमती धान की तरह देश और दुनिया में ब्रांड बनेगा। यह सब हो रहा है उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार के प्रयासों से।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले से ही काला नमक के मुरीद हैं। उनकी पहल पर जनवरी 2018 में ही इसे सिद्धार्थनगर का एक जिला, एक उत्पाद घोषित किया गया। हाल में ही केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने सिद्धार्थनगर समेत महराजगंज, गोरखपुर, बस्ती और संतकबीर नगर का ओडीओपी घोषित कर पूर्वांचल के संबंधित जिलों के लाखों किसानों को सौगात दी है।  तय है कि सात अगस्त को हुई इस घोषणा के बाद काला नमक को प्रोत्साहन देने की योजना भी आएगी। इसका लाभ इन जिलों के किसानों को मिलेगा। अपनी घोषणा में मंत्रालय ने कालानमक-101, केएन-3 और किरन की भी संस्तुति की है, जो परंपरागत प्रजाति की तुलना में बौनी, यानी कम समय में अधिक उपज देने वाली हैं। जाहिर है इस योजना से उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भरता को एक नया संदेश देने में सक्षम हुआ है.