अब अमेरिका तोड़ेगा टिकटॉक की कमर

 04 Sep 2020  633

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
भारत और चीन के खराब रिश्ते के पहले टिकटॉक का इस्तेमाल करके लोग सेलिब्रिटी तक बन गये, मगर जब दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा तो भारत ने भारी मात्रा में टिकटॉक सहित अनेक ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया. भारत में चीनी ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के साथ भले ही कंपनी के हाथ से एक बड़ा कारोबार निकल गया है, लेकिन यह अमेरिका में अपना बिजनेस खोने से ज्यादा नुकसानदेह नहीं है। अमेरिकी मार्केट रिसर्च फर्म फॉरेस्टर ने इसकी जानकारी दी है। कंपनी के वरिष्ठ विश्लेषक जियाओफेंग वांग के मुताबिक, डाउनलोड के मामले में भारत के बाद अमेरिका टिकटॉक का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। भारत में इसके करीब 12 करोड़ यूजर्स रहे हैं, जबकि अमेरिका में इसके यूजर्स की संख्या दस करोड़ के आसपास है। उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि आय के मामले में अमेरिका का मार्केट कंपनी के लिए भारत से कहीं ज्यादा मायने रखती है। फॉरेस्टर के विश्लेषण के मुताबिक, साल 2020 में सोशल मीडिया विज्ञापन की लागत अमेरिका में 3.7374 करोड़ डॉलर बैठी, जबकि भारत में यह आंकड़ा 16.73 लाख डॉलर के आसपास बैठता है। कुल मिलाकर टिकटॉक पर एक तरह से जो ग्रहण लगा है उसका खामियाजा चीन को तो भुगतना ही पड़ेगा।