नेवी में शामिल हुआ सबमरीन "खांदेरी", राडार से बचकर दुश्मन के छुड़ाएगा छक्के !

 12 Jan 2017  1752
ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
भारतीय नौसेना की क्षमता में हुआ इजाफा, दरअसल अत्याधुनिक स्कॉर्पीन श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी खान्देरी को भारत की नौसेना में लॉन्च किया गया आपको बता दें कि यह पनडुब्बी अत्याधुनिक क्षमता से परिपूर्ण है।  इसकी लॉन्चिंग मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में सुनियोजित तरीके से की गयी दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री सुभाष भामरे मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता भी उन्होंने ही की।  बताया जाता है कि इस पनडुब्बी में दुश्मन के राडार और मिसाइल से बचने की अद्भुत क्षमता है।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय नौसेना के प्रमुख डमिरल सुनील लांबा भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों को भी उक्त पनडुब्बी की खासियत बताई गयी।  कुलमिलाकर यह पनडुब्बी भारतीय नौसेना के लिए बेहतरीन किस्म का उपकरण है। तारपीडो के माध्यम से भी पनडुब्बी से हमला किया जा सकता है। इसके साथ ही यह पनडुब्बी मिसाइल रोधी प्रणाली से लैस है।
भारतीय नौसेना के अधिकारीयों की यदि माने तो खांदेरी पनडुब्बी कलवरी श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी है। इसमें दुश्मन की नजरों से बचकर सटीक हमला करने की खूबी है। इसका निशाना दूसरों की तुलना में काफी सटीक है इसके जरिये टॉरपीडो और एंटी शिप मिसाइलों से भी हमला किया जा सकता है। गुरूवार को जलावतरित हुई कलवरी श्रेणी की खांदेरी पनडुब्बी का नामकरण मुंबई के करीब स्थित खांदेरी टापू के नाम पर किया गया।
आपको बता दें कि खांदेरी टापू 17वीं शताब्दी में मराठा ताकतों का मजबूत गढ़ माना जाता था इसके साथ ही यह अरब सागर में मराठा शक्ति का प्रतिक भी माना जाता रहा है। गौरतलब है कि कलवरी श्रेणी की पहली सबमरीन का जलावतरण पिछले  महीने में हो चुका है फिलहाल अभी इसके ट्रायल चल रहा है।  ट्रायल ख़त्म होते ही कलवरी को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया जायेगा। इसके साथ ही परंपरागत पनडुब्बियों के निर्माण कार्य के लिए भारत विश्व के चुनिंदा देशों में शामिल है।