दाल, प्याज और आलू अब नहीं होंगे महंगे

 31 Oct 2020  686

संवाददाता/in24 न्यूज़.
 महंगाई से त्रस्त लोगों के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है जिससे दाल, प्याज और आलू अब और महंगे नहीं होंगे. कुछ वक्त से प्याज, दाल और आलू के दाम में खासकर ज्यादा तेजी दिखाई दे रही है। इनके दाम के साथ-साथ सरसो के तेल के दाम भी काफी बढ़ गए है। किन्तु अब इस तरफ सरकार का भी ध्यान गया है और इनकी कीमतों को नियंत्रण में रखने हेतु अनेक कड़े कदम उठाए हैं। अभी प्याज की कीमत की बात करें तो ये 70 रुपये के आस-पास है। आपकी जानकारी हेतु बता दें कि सरकार ने प्याज की कीमत पर लगाम लगाने हेतु सितंबर में ही इसके एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी थी। उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक, घरेलू आपूर्ति बढ़ाने तथा बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने की कोशश के तहत निजी व्यापारी पहले ही 7,000 टन प्याज का आयात कर चुके हैं जबकि 25,000 टन दीपावली से पूर्व आने की आस है। उन्होंने कहा कि निजी व्यापारी प्याज मिस्र, अफगानिस्तान एवं तुर्की जैसे देशों से मंगा रहे हैं। सहकारी एजेंसी नाफेड भी आयात करेगी। इसके सिवा स्थानीय आपूर्ति बढ़ाने तथा दामों को काबू में रखने हेतु भूटान से 30,000 टन आलू का आयात किया जा रहा है। गोयल ने डिजिटल तरीके से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि प्याज का खुदरा मूल्य पिछले तीन दिनों से 65 रुपये किलो पर स्थिर है। आलू के मामले में गोयल ने बताया है कि सब्जी की कीमत बढ़ रही है एवं अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 42 रुपये किलो पर बीते तीनों दिनों से स्थिर बना हुआ है। हालांकि सरकार ने आलू के आयात हेतु कदम उठाये हैं। लगभग 30,000 टन आलू भूटान से अगले दो-तीन दिनों में आ जाएगा। हम करीब 10 लाख टन आलू का आयात कर रहे हैं तथा दामों को को काबू में रखने के प्रबंध जारी है। बीते 4 से 5 दिन की बात करें तो सरसों के तेल की कीमत 8 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ चुकी हैं। अगर पिछले एक साल के भाव पर नजर डालें तो सरसों का तेल 50 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो गया है। अभी सरसों तेल की कीमत में  कमी होगी ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है। ब्लेंडिंग का समाप्त होना, सरसो का इस वर्ष कम उत्पादन होना और तेलों हेतु बनी विदेशी नीति में कुछ बदलाव होने की वजह से इसकी कीमत में बढोतरी दिख रही है। 4 दिन पूर्व प्रति क्विंटल सरसों के दाम में 300 रुपये की तेजी आने के पश्चात तेल में फिर से उछाल आ चुका है व इसका सीधा प्रभाव आम आदमी पर पड़ा है। बहरहाल, परेशान लोगों को बस महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद है.