एक लाख करोड़ के पार जीएसटी की जमाराशि
02 Nov 2020
578
संवाददाता/in24 न्यूज़।
लॉकडाउन के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ के पार पहुंच गया है। मोदी सरकार के लिए यह बहुत बड़ी राहत है। सितंबर में वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) कलेक्शन एक लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर गया. सितंबर में जीएसटी संग्रह से यह 10.2 प्रतिशत बढ़कर आठ महीने के उच्च स्तर 1.05 लाख करोड़ पर रहा. मार्च में लगाए गए लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधियों में ढील दिए जाने के बाद जीएसटी संग्रह में पहली बार यह बढ़ोतरी देखी गई है. अक्टूबर 2019 में 5.29 फीसदी गिरावट के साथ जीएसटी राजस्व 95,380 करोड़ रुपये रहा था. 31 अक्टूबर 2020 तक भरे गए जिएसटीआर-3 बी रिटर्न्स की कुल संख्या 80 लाख रही. फाइनेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक अक्टूबर 2020 में ग्रॉस जीएसटी रेवेन्यू कलेक्शन 1,05,155 करोड़ रुपये रहा. अक्टूबर के कलेक्शन में सीजीएसटी 19,193 करोड़ रुपये, एसजीएसटी- 25,411 करोड़ रुपये और 52,540 करोड़ रुपये करोड़ रुपये आईजीएसटी रहा. 8,011 करोड़ रुपये का सेस (सामान के इंपोर्ट पर हासिल हुए 932 करोड़ रुपये समेत) शामिल हैं. सितंबर महीने में जीएसटी कलेक्शन 95,480 करोड़ रुपये था. अक्टूबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन पिछले साल के अक्टूबर महीने से 10 फीसदी अधिक है. अक्टूबर 2019 में जीएसटी कलेक्शन 95,379 करोड़ रुपये था. वित्त सचिव अजय भूषण पांडे ने एक इंटरव्यू में कहा कि वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) रिकवरी स्थायी है और सरकार विकास को बढ़ावा देने के लिए और कदमों की मांग का मूल्यांकन कर रही है. उन्होंने कहा सरकार का दर्शन और दृष्टिकोण स्थिति की निरंतर निगरानी करना है. अप्रैल में जब लॉकडाउन था, तो हमने पहचान की कि किसे सबसे ज्यादा मदद की जरूरत है और क्या जरूरत है. यह समाज का कमजोर वर्ग था, जिसमें दैनिक मजदूर, एमएसएमई शामिल हैं. सरकार ने 200 मिलियन से अधिक जन धन खाता धारकों और किसानों को नकद सहायता दी. आठ सौ मिलियन लोगों को मुफ्त राशन दिया गया. एमएसएमई को भी सहायता की आवश्यकता थी. बहरहाल, मोदी सरकार के लिए जीएसटी की संग्रह राशि बेहद महत्वपूर्ण है।