सोने की कीमत में फिर आई गिरावट

 02 Nov 2020  548

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना काल में सोने की कीईंटों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला. एकबार फिर सोने की कीमत में गिरावट आई है. गुड रिटर्न की वेबसाइट के अनुसार भारत में आज को सोने का भाव 52,670 रुपये प्रति 10 ग्राम से गिरकर 51,940 रुपये हो गया, जबकि चांदी 60,100 रुपये प्रति किलोग्राम चल रही थी. उत्पाद शुल्क, राज्य कर और मेकिंग चार्ज के कारण सोने के आभूषणों की कीमत भारत भर में धातु की दूसरी सबसे बड़ी उपभोक्ता है. आज नई दिल्ली में 22 कैरेट का सोने का भाव गिरकर 49,210 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गए, जबकि चेन्नई में यह घटकर 6,610 रुपये थे. गुड रिटर्न वेबसाइट के अनुसार मुंबई में यह दर 49,960 रुपये थी. चेन्नई में 24 कैरेट सोने की कीमत 51,940 रुपये प्रति 10 ग्राम थी. लखनऊ में 22 और 24 कैरेट सोने की कीमतें 49210 और 51940 प्रति 10 ग्राम रही. पटना में 22 और 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 49960 और 50960 प्रति 10 ग्राम रही. एमसीएक्स पर दिसंबर का सोना वायदा 0.83 प्रतिशत फिसलकर 50,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी दिसंबर वायदा 60,920 रुपये प्रति किलोग्राम पर थी. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में गोल्ड की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट के बाद शुक्रवार को 268 रुपये बढ़कर 50,812 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. पिछले कारोबार में धातु 50,544 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी. चांदी की खरीद में भी इजाफा हुआ क्योंकि यह पिछले कारोबार में 59,077 रुपये प्रति किलो से 1,623 रुपये बढ़कर 60,700 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,873 डॉलर प्रति औंस और चांदी 23.32 डॉलर प्रति औंस पर रही. कोरोना वायरस महामारी के बीच भारत में ज्वैलर्स 12 साल में पहली बार सबसे खराब बिक्री का सामना कर सकते हैं क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के कारण लोगों की खरीदारी की क्षमता में भारी कमी आयी है. गोल्ड की डिमांड आम तौर पर साल के आखिरी तीन महीनों में ज्यादा रहती है, क्योंकि इस दौरान सबसे बड़े हिंदू त्योहार और पीक वेडिंग सीजन आते हैं. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 और रिकॉर्ड उच्च कीमतों के कारण भारत में सोने की मांग जुलाई-सितंबर तिमाही में 30 फीसदी घटकर 86.6 टन रह गई, जो कि एक साल पहले 123.9 टन थी. तिमाही के दौरान आभूषणों की कुल मांग 48 फीसदी घटकर 52.8 टन रही. आभूषण की मांग एक साल पहले की अवधि के मुकाबले 29 फीसदी गिरकर 24,100 करोड़ हो गई. हालांकि, सोने के सिक्के बार और ईटीएफ की मांग में वृद्धि देखी गई. इस तिमाही के दौरान कुल निवेश की मांग 52 फीसदी बढ़कर 33.8 टन हो गई. मूल्य के संदर्भ में सोने की निवेश मांग 15,410 करोड़ थी. इस तिमाही के दौरान वैश्विक सोने की मांग में 19 फीसदी की सालाना दर से गिरावट के साथ 892 टन हो गई. डब्ल्यूजीसी ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा कि क्यू-3 2009 के बाद से यह तिमाही का सबसे कम टोटल था. बता दें कि त्योहारों के मौसम में सोने की मांग बढ़ जाती है.