चुनाव अमेरिका में सोना चांदी सस्ता भारत में
03 Nov 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
चुनाव का असर बाज़ार पर भी पड़ता है. अमेरिकी चुनाव से पहले भारतीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. एमसीएक्स पर सोना वायदा आज 0.22 फीसदी गिरकर 50,953 प्रति 10 ग्राम और चांदी 61,942 प्रति किलोग्राम के निचले स्तर पर आ गई. पिछले सत्र में सोने और चांदी दोनों में तेजी आई थी. वैश्विक बाजारों में पिछले सत्र में तेजी के बाद सोने की कीमतें आज स्थिर थीं. हाजिर सोना 1,892.51 डॉलर प्रति औंस से थोड़ा बदल गया क्योंकि निवेशक अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले सतर्क रहे. पिछले सत्र में सोने की कीमतों में लगभग 1 फीसदी की वृद्धि हुई थी. गुड रिटर्न वेबसाइट के अनुसार आज भारत में 22 और 24 कैरेट सोने की कीमतें 50,000 रुपये और 51000 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. दिल्ली में 22 और 24 कैरेट गोल्ड के दाम आज 49,210 रुपये और 52,680 प्रति 10 ग्राम थे. लखनऊ में 22 और 24 कैरेट गोल्ड के दाम आज 49,210 रुपये और 52,680 प्रति 10 ग्राम थे. पटना में यही दरें 50000 रुपये और 51000 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. सोमवार को एमसीएक्स पर दिसंबर का सोना वायदा 0.83 प्रतिशत फिसलकर 50,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी दिसंबर वायदा 60,920 रुपये प्रति किलोग्राम पर थी. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में गोल्ड की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट के बाद शुक्रवार को 268 रुपये बढ़कर 50,812 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. पिछले कारोबार में धातु 50,544 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी. चांदी की खरीद में भी इजाफा हुआ क्योंकि यह पिछले कारोबार में 59,077 रुपये प्रति किलो से 1,623 रुपये बढ़कर 60,700 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. कोरोना वायरस महामारी के बीच भारत में ज्वैलर्स 12 साल में पहली बार सबसे खराब बिक्री का सामना कर सकते हैं क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के कारण लोगों की खरीदारी की क्षमता में भारी कमी आयी है. गोल्ड की डिमांड आम तौर पर साल के आखिरी तीन महीनों में ज्यादा रहती है, क्योंकि इस दौरान सबसे बड़े हिंदू त्योहार और पीक वेडिंग सीजन आते हैं. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 और रिकॉर्ड उच्च कीमतों के कारण भारत में सोने की मांग जुलाई-सितंबर तिमाही में 30 फीसदी घटकर 86.6 टन रह गई, जो कि एक साल पहले 123.9 टन थी. तिमाही के दौरान आभूषणों की कुल मांग 48 फीसदी घटकर 52.8 टन रही. आभूषण की मांग एक साल पहले की अवधि के मुकाबले 29 फीसदी गिरकर 24,100 करोड़ हो गई. हालांकि, सोने के सिक्के बार और ईटीएफ की मांग में वृद्धि देखी गई. इस तिमाही के दौरान कुल निवेश की मांग 52 फीसदी बढ़कर 33.8 टन हो गई. मूल्य के संदर्भ में सोने की निवेश मांग 15,410 करोड़ थी. इस तिमाही के दौरान वैश्विक सोने की मांग में 19 फीसदी की सालाना दर से गिरावट के साथ 892 टन हो गई. डब्ल्यूजीसी ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा कि क्यू-3 2009 के बाद से यह तिमाही का सबसे कम टोटल था. बहरहाल चुनाव भले ही अमेरिका में होने वाले हैं पर उसका प्रभाव साफ तौर पर भारतीय बाजार पर नज़र आ रहा है.