फिर आई सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट
04 Feb 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
सोने-चांदी के चाहनेवालों के बीच इसका आकर्षण सदैव बना रहता है. खासकर आम बजट के बाद इसकी कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. वैश्विक बाजारों में कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट के बीच आज भारतीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. एमसीएक्स पर आज सोने का वायदा 0.56 फीसदी की गिरावट के साथ 47549 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. चार दिनों में वैश्विक दरों में एक गिरावट के बीच सोने में लगभग 2000 प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है. सरकार ने बजट 2021 में सोने के आयात शुल्क कटौती में घोषणा की है. एमसीएक्स पर चांदी वायदा 1 फीसदी घटकर 67,848 प्रति किलोग्राम पर आ गई. जानकारों के मुताबिक़ सोने की दरों में गिरावट और उबरती अर्थव्यवस्था भारत में भौतिक सोने की मांग को बढ़ावा दे सकती है. अगस्त 2020 में सोने की दरों में 56,200 की रिकॉर्ड ऊंचाई दर्ज की गई थी. वैश्विक बाजारों में स्पॉट गोल्ड 0.1 फीसदी लुढ़ककर 1,832.84 डॉलर प्रति औंस हो गया. नई दिल्ली में आज 22 कैरेट सोने की कीमत 440 रुपये घटकर 46,900 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि चेन्नई में यह घटकर 45,290 रुपये रह गई. मुंबई में यह दर बढ़कर 48,000 रुपये हो गई. चेन्नई में 24 कैरेट सोने की कीमत 49,400 रुपये प्रति 10 ग्राम थी. लखनऊ में आज 22 और 24 कैरेट गोल्ड के दाम 47290 और 51590 रुपये प्रति 10 ग्राम थे. पटना में यह दरें 47580 और 48580 प्रति 10 ग्राम थी. बजट 2021 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार सोने और चांदी पर सीमा शुल्क को तर्कसंगत बना रही है. वर्तमान में सोने पर 12.5 प्रतिशत आयात शुल्क लगती है. सरकार ने सोने और चांदी पर सीमा शुल्क में 12.5 फीसदी से 7.5 फीसदी की कटौती की घोषणा की. भारतीय अपनी सोने और चांदी की जरूरतों का थोक आयात करता है. वित्त मंत्री ने कहा कि जुलाई 2019 से ड्यूटी 10 फीसदी बढ़ी थी, इसलिए सोने की कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है और इसे पिछले स्तर के करीब लाने के लिए हम सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी को तर्कसंगत बना रहे हैं. सोने पर आयात शुल्क को 7.5 फीसदी तक कम करना जेम्स एंड ज्वैलरी उद्योग की लंबे समय से चली आ रही मांग थी. अधिक आयात शुल्क न केवल अप्रत्यक्ष रूप से अवैध सोने के लेनदेन को बढ़ावा दे रहा था, बल्कि सरकार के राजस्व को भी नुकसान पहुंचा रहा था. माना जा रहा है कि इससे तस्करी पर भी लगाम लगेगी. साथ ही जब भी सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आती है तब इसकी मांग स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है.