राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण के रिपोर्ट में पिछले दो सालों में शिक्षा क्षेत्र में जो भी कदम उठाये गयें है उसमे शिक्षा स्तर के सुधरने की बात कही गई है। इस सर्वे में कहा गया है कि राज्य की साक्षरता दर 82.3 फीसदी है। कुछ महीने पहले राज्य में नौवीं कक्षा में तकरीबन डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थियों के फेल होने की बात सामने आई थी। लेकिन इस रिपोर्ट के अनुसार माध्यमिक और उच्च माध्यमिक (नौंवी से 12 वीं कक्षा) के विद्यार्थियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में काफी बढ़ी है ।
राज्य ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत 2016 -17 सत्र में दिसंबर तक 1370.40 रुपये खर्च किए हैं, जबकि 2015-16 में इस अभियान तहत 843,54 रुपये खर्च हुए थे। इस रिपोर्ट में लड़कियों के संख्या भी बढ़ने की बात कही गई है। रिपोर्ट के अनुसार राज्य ने उच्च शिक्षा क्षेत्र में भी अच्छा कार्य किए हैं, जिसके चलते उच्च शिक्षा में बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र राज्य उच्च शिक्षा में प्रगति करते हुए तीसरे पायदान पर पहुंच गया है ।