इमान अहमद की बहन शाइमा बोली डॉक्टर लकड़ावाला झूठे हैं 

 25 Apr 2017  1660

समीरा मंसूरी, in24 न्यूज़, मुंबई

दुनिया की सबसे वजनी महिला इमान अहमद अब्दुलाती की बहन शाइमा सेलिम ने वजन कम करने वाले डॉक्टर लकड़ावाला पर आरोप लगाया है कि वे झूठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इमान के इलाज के बारे में कुछ बताया नहीं गया है और सर्जरी के बाद से उनकी हालत अभी भी नाज़ुक है। शाइमा का कहना है कि डॉ. लकड़ावाला ने सर्जरी के लिए जल्दबाजी की है। हॉस्पिटल प्रशासन झूठ बोल रहा है। शाइमा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया है।
वही डॉ. लकड़ावाला का कहना है कि "हमने जो कहा था वह वादा हमने पूरा किया। रिकवरी में समय लगता है और इमान पूरी तरह ठीक है। डॉक्टर ने यह भी कहा कि दिन में 5 बार इमान का चेकअप किया जाता है। वैसे इमान अहमद धीरे धीरे रिकवर कर रही हैं। डॉ लकड़ावाला का कहना है कि इमान को सीटी स्कैन करने क लिए उनके 200 किलो से कम होने का इंतजार किया जा रहा था। वैसे इमान को जब लाया गया था उस वक़्त उनकी हालत ख़राब थी लेकिन अब पहले से इमान ज़्यादा बेहतर हैं।
[caption id="attachment_1470" align="alignnone" width="300"] Shaimaa salem[/caption]
इमान को शरीर के दांए हिस्से में लकवा था। डॉक्टर का कहना है कि इमान की हालत नार्मल होने क बाद उसका ऑपरेशन किया गया। डॉ. लकड़ावाला ने कहा कि फरवरी से अभी तक इमान का 250  किलो वजन कम हुआ है। इमान का सीटी स्कैन होने क बाद ही पता लगेगा कि दिमाग कितना डैमेज हुआ है ताकि न्यूरोलॉजिस्ट अपना काम कर सकें।
हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना है कि तीन साल पहले आये स्ट्रोक के कारन इमान को बार बार दौरे पड रहे हैं।  लेकिन उनकी बहन का आरोप है कि इसकी वजह उनकी बैरिएट्रिक सर्जरी है। डॉक्टरों ने शाइमा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वित्तीय कारणों के कारण बहन को वापस मिस्र नहीं ले जाना चाहती है। वैसे तो इमान की हालत पूरी तरह ठीक है और उसकी न्यूरोलॉजिकल हालत का तब पता लग पाएगा जब इमान का सीटी स्कैन होंगा।
[caption id="attachment_1471" align="alignnone" width="200"] Dr. Lakdawala[/caption] इमान जब भारत आई थी  तब उसका वजन तक़रीबन 500 किलो था लेकिन करीब एक महीने में उनका वजन 380 किलो के करीब रह गया है। डॉक्टर के मुताबिक इमान को जब भारत लाया गया था तब उनका वजन मास इंडेक्स की नॉर्मल यूनिट से 252 गुना ज़्यादा था। भारत आने के बाद उनको फाइबर और प्रोटीन युक्त डाइट दिए जाने लगे थे। जिसकी वजह से इमान के वज़न में कमी आई है। इमान की बहन की मानें  तो वज़न बढ़ने से वह 25 सालों से अपने घर से नहीं निकली थीं। सैफी हॉस्पिटल द्वारा सफल सर्जरी के लिए 7 मार्च 2017 की तारीख बताई गई थी।
इमान 25 साल से बिस्तर से उठ कर बैठ भी नहीं पाई थीं। इमान के भारी वज़न की वजह से मुंबई के सैफी हॉस्पिटल में अलग से एक स्पेशल कमरा तैयार किया गया। उनके लिए एक लंदन से स्पेशल बेड भी मंगवाया गया था जो 500 किलो के वजन को झेल सके। 16 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम उनपर दिन भर नज़र रखती है। उसके अलावा 8 नर्स का स्टाफ भी है।