ओमीक्रॉन से निपटने की तैयारी, बीजेपी ने BMC पर उठाए सवाल

 09 Dec 2021  596

संवाददाता/ in24 न्यूज़ 

मुंबई (mumbai) में कोरोना (covid19) के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (omicron) के 2 मामले मिलने से राज्य सरकार और बीएमसी (bmc) के हाथ पैर फूल गए है. वहीं पूरा प्रशासनिक अमला सांसत में आ गया है. जहां एक तरफ सरकार के सभी मंत्री और बीएमसी प्रशासन कोविड से निपटने के लिए सभी तैयारियों के पूरा होने का जोर शोर से दावा कर रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ सरकार और बीएमसी के इन दावों पर बीजेपी ने सवाल उठाया है. बीएमसी के इन दावों की बीजेपी ने न केवल हवा निकाली बल्कि बीएमसी की तैयारियों को लेकर भी पोल खोल किया।

बीएमसी नेता और नगरसेवक विनोद मिश्रा (vinod mishra) के नेतृत्व में बीजेपी नगरसेवकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई के सभी बड़े कोविड जम्बो सेंटरों और अस्पतालों का दौरा किया।
इस प्रतिनिधिमंडल ने गोरेगांव के नेस्को में बने जम्बो कोविड सेंटर, कांदिवली स्थित बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल, बोरीवली के भगवती हॉस्पिटल, दहिसर पक्षिम के कांदरपाड़ा में बने कोविड सेंटर सहित जोगेश्वरी के ट्रॉमा सेंटर का दौरा कर वहां की कोविड तैयारियों का जायजा लिया। इन सभी स्थानों के निरीक्षण के दौरान विनोद मिश्रा ने बीएमसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया और कोविड सेंटर की कई खामियां गिनाई।
मिश्रा ने कहा कि जिन ऑक्सीजन प्लांट को 45 दिन में लगना था वो 70 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक नहीं लगाया गया. यही नहीं विनोद मिश्रा ने बीएमसी पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया और कहा कि, एमएमआरडीए की तरफ से जिस ऑक्सीजन प्लांट को 1 करोड़ 10 लाख में लगाया है उसी प्लांट को बनाने में बीएमसी की तरफ से साढ़े 3-4 करोड़ रूपये खर्च किये गए.
बीजेपी नगरसेवक विनोद मिश्रा ने बीएमसी अधिकारियों और ठेकेदारों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार और बीएमसी से सवाल पूछा कि आखिर क्यों 3 से 4 गुनी अधिक कीमत खर्च करने के बाद भी लोगों को समय पर ऑक्सीजन क्यों नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के अभाव में लोगों ने दम तोड़ा, लेकिन इसके बावजूद बीएमसी सबक नहीं ले रही.