संवाददाता/ in24 न्यूज़
महाराष्ट्र (maharashtra) में बुधवार से शुरू हुए 5 दिवसीय शीतकालीन सत्र के पहले भारतीय जनता पार्टी (bjp) के तमाम विधायकों ने सत्र के पहले ही दिन ही सदन के बाहर जमकर हंगामा किया. विपक्ष ने कई अहम मुद्दों को लेकर महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार (mva govrenment) का बहिष्कार किया तो वहीं, सत्र से पहले हुए आरटीपीसीआर टेस्ट में 8 पुलिसकर्मियों समेत 10 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके साथ ही पॉजिटिव होने वाले लोगों में 2 विधानमंडल के कर्मचारी भी शामिल हैं.
बताया जा रहा है कि शीतकालीन सत्र शूरू होने से पहले लगभग 3500 लोगों का टेस्ट किया गया था. फिलहाल इन सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग का फैसला लिया जाना अभी बाकी है. महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (devednra fadnavis) और बीजेपी (bjp) के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के विधायक टीईटी परीक्षा पेपर लीक, ओबीसी आरक्षण समेत विभिन्न मुद्दों पर राज्य विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. दरअसल महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर से 28 दिसंबर तक चलेगा। पहले ही दिन राज्य में विपक्ष की भूमिका निभा रही बीजेपी के प्रदर्शन से अंदाजा लगाया जा रहा है कि, इस शीतकालीन सत्र के काफी हंगामेदार रहने की आशंका है.
जानकार बताते हैं कि विपक्षी भाजपा ओबीसी आरक्षण गतिरोध, एमएसआरटीसी कर्मियों की चल रही हड़ताल और पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (anil deshmukh) की गिरफ्तारी समेत कई मुद्दों पर शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार को घेर सकती है। इन मुद्दों के अलावा मराठा आरक्षण का मुद्दा इस सत्र के दौरान उठाए जा सकता हैं, वैसे महाराष्ट्र में शीतकालीन सत्र आम तौर पर राज्य की दूसरी राजधानी नागपुर में आयोजित किया जाता है, लेकिन कोरोनावायरस महामारी और महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना वायरस (coronavirus) के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के खतरे के चलते लगातार दूसरी बार आयोजित किया जा रहा है.