महाराष्ट्र (maharashtra) में इस समय 5 दिवसीय शीतकालीन अधिवेशन (winter session) चल रहा है, गुरुवार को इस अधिवेशन का दूसरा दिन था. अपने विभिन्न मुद्दों को लेकर जहां हर दिन हाउस में पक्ष और विपक्ष के बीच गहमागहमी का माहौल है, तो वहीं गुरुवार के दिन ये गहमा गहमी हाउस के आलावा विधानभवन के बाहर सड़क पर भी देखने को मिली. दरअसल मुंबई में विधान भवन के बाहर बहुजन वंचित आघाड़ी की तरफ से सरकार के खिलाफ मोर्चा का आयोजन किया गया था, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल थे. बहुजन वंचित आघाड़ी (BVA) की तरफ से यह मोर्चा ओबीसी आरक्षण को लेकर निकाला गया था. इस मोर्चे की अगुवाई वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर (prakash ambedkar) कर रहे थे. आपको बता दें कि मुंबई में ओमीक्रॉन के खतरे को देखते हुए धारा 144 लागू की गयी है, जिसके तहत किसी भी राजनीतिक या गैर राजनीतिक मोर्चे या जमावबंदी पर पाबंदी लगाई गई है. इसके बावजूद बीवीए ने इस मोर्चे का आयोजन कर धारा 144 का उल्लंघन किया। जिसके बाद पुलिस ने बहुजन वंचित अघाड़ी के कार्यकर्ता सहित प्रकाश अम्बेडकर को हिरासत में ले लिया, हालंकि बाद में इन सभी को छोड़ दिया गया.