मराठी में साइन बोर्ड लगाने पर सियासत शुरू
14 Jan 2022
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संवाददाता/ in24 न्यूज़
बीएमसी चुनाव (bmc election) के करीब आते ही महाराष्ट्र (maharashtra) में एक बार फिर भाषा को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है. महाराष्ट्र सरकार ने इस बार ये निर्णय लिया है कि अब सभी दुकानों और प्रतिष्ठानों के लिए मराठी में साइन बोर्ड (sign board in marathi) लगाना अनिवार्य होगा। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान सरकार ने यह फैसला किया है. इसके लिए जल्द ही 'महाराष्ट्र दुकान और प्रतिष्ठान एक्ट' में भी बदलाव किए जाने की बात सामने आ रही है. सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय के मुताबिक ये नियम सभी तरह के प्रतिष्ठानों के लिए लागू होगा, जिसमें सभी के लिए मराठी भाषा में लिखे गए साइन बोर्ड को लगाना अनिवार्य होगा। यह नियम उन प्रतिष्ठानों पर भी लागू होंगे, जहां 10 से कम कर्मचारी काम करते हैं. हालांकि अब इस मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गयी है. सरकार के इस निर्णय का महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने स्वागत तो किया लेकिन शिवसेना (shivsena) पर तंज कसने से भी नहीं चुकी। मनसे के महासचिव संदीप देशपांडे (sandip deshpade) ने कहा कि सरकार 14 साल बाद नींद से जागी है. उसे इस बात का ख्याल अब आ रहा है. देशपांडे ने आगे कहा कि आने वाले चुनाव में शिवसेना की जमीन खिसक रही है, इसलिए उसने यह निर्णय लिया। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सत्ताधारी शिवसेना की प्रतिद्वंद्वी राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (mns) भी दुकानों में साइन बोर्ड मराठी में भी लगाने को लेकर कई बार आंदोलन कर चुकी है.