प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषण में कहा कि दिग्गज गायक किशोर कुमार को इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस की वजह से कई चीजें झेलनी पड़ी. दरअसल जब आपातकाल लगा दिया गया था, यानि साल 1975 में, तब इंदिरा गांधी चाहती थी कि किशोर कुमार सरकारी योजनाओं को गाकर जन-जन पहुंचाने का काम करें, लेकिन किशोर कुमार ने ऐसा करने से मना कर दिया. जिसके बाद किशोर कुमार के गाने ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर बैन कर दिए गए. यह बैन 3 मई 1976 से लेकर आपातकाल खत्म होने तक चला था.
पीएम मोदी ने अपने भाषण में इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे मजरूह सुल्तानपुरी को कांग्रेस ने जेल में डाल दिया था. क्योंकि मजरूह सुल्तानपुरी अकसर अपनी शायरी से मौजूदा हालातों को लेकर चोट करते रहते थे. उन्होंने आजादी के बाद पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू पर अपनी एक कविता के जरिये टिप्पणी की, जो कांग्रेसियों को पसंद नहीं आई. जिसके बाद मजरूह सुल्तानपुरी से माफी मांगने की बात कही गयी. हालांकि उन्होंने ऐसा करने से इंकार कर दिया, जिसके बाद मजरूह सुल्तानपुरी को करीब 2 साल के लिए जेल में डाल दिया गया.
इसके अलावा मोदी ने वीर सावरकर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर ने इंग्लैंड में ही ‘सागरा प्राण तळमळला’ नामकी एक कविता लिखी थी. इस कविता में उन्होंने समुद्र से प्रार्थना की थी कि वो उन्हें उनकी मातृभूमि तक पहुंचा दे, क्योंकि उनका वहां रहना अब मुश्किल हो रहा है. एक समय लता मंगेशकर, उषा मंगेशकर और हृदयनाथ मंगेशकर वीर सावरकर की कविता को संगीतबद्ध कर चुके थे, लेकिन कांग्रेस को यह बात पसंद नहीं आई और उन्होंने हृदयनाथ मंगेशकर को ऑल इंडिया रेडियो से निकलवा दिया.