शुभम मिश्रा, संवाददाता/in24न्यूज/ मुंबई
महाराष्ट्र में मानसून ने भले ही इस बार देर से दस्तक दी हो लेकिन अब इसका पूरा असर देखने को मिल रहा है. आर्थिक राजधानी मुंबई में आज यानी 28 जून को इतनी बारिश हुई कि है कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है, यहां अब भी घने बादल छाए हुए हैं. आज रात में भी मूसलाधार बारिश होने की आशंका है. मौसम विभाग की तरफ से मुंबई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. आज बारिश से कुर्ला इलाके में सबसे ज्यादा हालात बिगड़े हैं, यहां जलभराव की वजह से ट्रैफिक पर भी असर पड़ा है. इसके अलावा कांदिवली, बोरीवली, अंधेरी और मलाड इलाके में भी बरसात के चलते जल भराव देखने को मिला है. सड़कों पर कई फीट तक पानी भर गया. बारिश और आंधी से कई इलाकों में पेड़ भी गिरे हैं, मलाड में एक 38 साल के शख्स पर पेड़ गिरने से उसकी मौत हो गई. बीएमसी के मुताबिक, मृतक बुधवार तड़के सुबह शौच के लिए गया था, तभी पेड़ गिरने की घटना से उसकी मौत हो गई. बता दें कि मुंबई में अगले 5 दिन के लिए बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है. यदि हम मुंबई से सटे इलाकों की बात करें तो पालघर, ठाणे और नवी मुंबई में भी जमकर बरसात हुई है. ठाणे शहर के एनआरआई कॉम्प्लेक्स में कई फीट तक पानी भर गया. इसके अलावा भारी बारिश के कारण कल्याण- डोंबिवली शहर में सड़कें नदी नाले में तब्दील हो गई, जिसके चलते वाहन चालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. मानसून के दस्तक देने के साथ ही हादसों का सिलसिला भी शुरू हो गया है. मुंबई में अलग अलग हादसों में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. भारी बारिश के कारण हादसे आज भी देखने को मिलें, जहां एक ओर मलाड इलाके में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हुई तो वहीं दूसरी ओर नवी मुंबई के सीवुड इलाके में एक इमारत की सुरक्षा दिवार गिरने से कई फोर व्हीलर गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं है. इसके अलावा मुंबई के विक्रोली इलाके में एक चॉल की सुरक्षा दीवार गिरने की खबर सामने आई है.
नालासोपारा में सड़कें फिर नदी नाले में हुई तब्दील
पालघर जिले का नालासोपारा एक ऐसा शहर है जहां हर साल बारिश होते ही सड़कों में पानी भरना शुरू हो जाता है. लोगों का आरोप है कि स्थानीय महानगरपालिका की लापरवाही के कारण पिछले कई सालों से यही स्थिति है और इसका खामियाजा शहर वासियों को उठाना पड़ता है. पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नालासोपारा पूर्व के कई इलाकों की सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं. आलम ये है कि सड़कों पर कई फीट तक पानी भरा हुआ है, जिसके कारण वाहन चालकों के साथ पैदल चलने वालों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वसई विरार महानगरपालिका के अधिकारियों की घोर लापरवाही पिछले कई सालों से जारी है और शहर हर साल मानसून के दौरान पानी में डूबा रहता है.