आज मुंबईकर नम आंखों से देंगे गणपति बप्पा को अंतिम विदाई

 28 Sep 2023  481

संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज महाराष्ट्र के सबसे बड़े त्यौहार गणेशोत्सव का अंतिम दिन है और गणपति बप्पा का धूमधाम से  विसर्जन के लिए मुंबई पूरी तरह तैयार है। बप्पा की मूर्तियों को विसर्जित करने के लिए जुलूस निकाले जाने पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मुंबई पुलिस अधिकारियों सहित 19,000 से अधिक कर्मियों को तैनात कर रही है। इसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था ईद-ए-मिलाद के लिए भी लागू रहेगी, जिसे शुक्रवार को जुलूस आयोजित करके मनाया जाएगा। एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि बीएमसी ने 1,337 लाइफगार्ड तैनात किए हैं, जिनमें 69 प्राकृतिक जल निकायों में 1,035 और लगभग 200 कृत्रिम तालाबों में 302 शामिल हैं और प्राकृतिक जल निकायों में 53 मोटर बोट का प्रबंध किया गया है। मुंबई पुलिस की अपील पर विभिन्न मुस्लिम संगठनों और धार्मिक नेताओं ने अनंत चतुर्दशी के मद्देनजर गुरुवार की बजाय शुक्रवार को ईद-ए-मिलाद का जुलूस निकालने का फैसला किया है। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों में 16,250 कांस्टेबल, 2,866 अधिकारी, 45 सहायक पुलिस आयुक्त, 25 पुलिस उपायुक्त, 8 अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, राज्य रिजर्व पुलिस बल (SRPF) की 35 प्लाटून, रैपिड एक्शन फोर्स की एक कंपनी, त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और होम गार्ड के जवान मुंबई के महत्वपूर्ण स्थानों पर मौजूद रहेंगे। यातायात पुलिसकर्मी यह सुनिश्चित करेंगे कि जब जुलूस निकाले जाएंगे तो यातायात जाम से बचा जाए। अनंत चतुर्दशी पर गिरगांव दादर, जुहू, मार्वे और अक्सा समुद्र तटों सहित 73 स्थानों पर हजारों घरेलू और सार्वजनिक गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुंबई के सभी जुलूसों पर सीसीटीवी कैमरों से कड़ी निगरानी रखी जाएगी और यह सुनिश्चित करने के लिए कि कानून-व्यवस्था बनी रहे, सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भीड़ में शामिल होंगे। अधिकारी ने बताया कि विसर्जन जुलूसों की निगरानी के लिए अलग नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे। कुल दस हजार नागरिक कर्मचारी ड्यूटी पर होंगे और गणेश मूर्तियों के विसर्जन की निगरानी के लिए 250 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जिनमें प्राकृतिक जल निकायों पर 72 और कृत्रिम तालाबों पर 178 नियंत्रण कक्ष शामिल हैं। बता दें कि गणपति बप्पा के विसर्जन के दौरान मुंबईकर भारी संख्या में घरों से निकलकर बप्पा को नम आंखों से विदाई देते हैं।