मुंबई उपनगर में फिलिस्तीनियों के समर्थन में प्रार्थना सभा का आयोजन, पुलिस ने की कार्रवाई

 20 Nov 2023  363

ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/मुंबई      

आर्थिक राजधानी मुंबई में कुछ युवाओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिस पर मुंबई की जुहू पुलिस ने कार्रवाई की है. पीपुल्स यूनियन ऑफ सिविल लिबर्टीज ने पुलिस की इस करवाई की कड़ी शब्दों में निंदा की है. फिलिस्तीनी बच्चों के लिए शांतिपूर्ण प्रार्थना के लिए एकत्र हुए व्यक्तियों को हिरासत में लेने की कार्रवाई को  पीपुल्स यूनियन ऑफ सिविल लिबर्टीज  दुर्भाग्यपूर्ण बताया. पीयूसीएल का आरोप है कि जुहू पुलिस द्वारा लगभग 17 व्यक्तियों से पूछताछ की गई और उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लिया गया है, जबकि 13 को बाद में रिहा कर दिया गया और 4 नाबालिगों को उनके माता-पिता को सौंप दिया गया. यही नहीं पीयूसीएल का यह भी कहना है कि जुहू पुलिस द्वारा 13 व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम (एमपीए) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिनमें से 11 छात्र शामिल थे. पीयूसीएल के बयान में कहा गया है कि, “ऐसा प्रतीत होता है कि जुहू समुद्र तट पर शांतिपूर्ण प्रार्थना सभा में कई लोग शामिल हुए थे. हालांकि, प्रार्थना सभा समाप्त होने और प्रतिभागियों के इधर-उधर होने के बाद, जुहू पुलिस ने 14 नवंबर की सुबह लगभग 10.30 बजे 17 लोगों को हिरासत में ले लिया, जिसके बाद उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाया गया और शाम 7 बजे तक अवैध रूप से हिरासत में रखा गया और फिर उसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.'' बयान में कहा गया है कि पुलिस द्वारा उठाए गए लोगों में से चार नाबालिग थे जिन्हें शाम 4 बजे ही जाने की अनुमति दी गई थी. उसके बाद उनके माता-पिता को बुलाया गया. पीयूसीएल का कहना है कि वहां मौजूद पुलिस ने उनसे पूछताछ शुरू की और उन्हें पोस्टर और तख्तियों के साथ पोज देने के लिए कहा और फिर उनकी तस्वीरें भी खींची. पुलिस ने तब उनसे कहा कि वे उन्हें बस स्टॉप तक ले जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सुरक्षित निकल जाएं. जैसे ही वे आगे बढ़े, उन्हें अचानक पता चला कि एक पुलिस वैन आई है. उन्हें जबरन वैन में धकेल दिया गया, हिरासत में लिया गया और जुहू पुलिस स्टेशन ले जाया गया. युवा डरे हुए थे और कई रो रहे थे.