गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था

 26 Jan 2020  2909
संवाददाता/in24 न्यूज़।  
71वें गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जिसके तहत हजारों सशस्त्र कर्मी कड़ी निगरानी कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह के लिए किए गए इंतजामों में चेहरा पहचान प्रणाली और ड्रोन का इस्तेमाल शामिल है.साथ ही 10 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. पुलिस उपायुक्त  ई. सिंघल ने बताया कि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं जो गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि हैं.अधिकारियों ने बताया कि रविवार को राजपथ से लालकिले तक के आठ किलोमीटर लंबे परेड मार्ग पर नजर रखने के लिए ऊंची इमारतों पर शार्पशूटर और स्नाइपर तैनात किए गए हैं. संदिग्धों की पहचान के लिए प्रमुख बिंदुओं पर चेहरा पहचान प्रणाली लगाई गई है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के तहत सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गए हैं. इसमें से कम से कम 150 कैमरे लालकिला, चांदनी चौक और यमुना खादर में लगाए गए हैं.सिंघल ने कहा, ‘हमने चार स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है. भीतरी, मध्य, बाहरी और राष्ट्रीय राजधानी के बाहर सीमांत क्षेत्रों में.’ उन्होंने बताया कि ड्रोन भी तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा, ‘दिल्ली पुलिस के पांच हजार से छह हजार कर्मी नई दिल्ली जिले में तैनात किए गए हैं. साथ ही अर्द्धसैनिक बलों की 50 हजार कंपनियां भी तैनात की गई हैं.आयोजन स्थल तक दर्शक और आगंतुकों के बाधारहित आवागमन के लिए दो हजार से अधिक यातायात पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं. दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भी पुलिसकर्मियों को अलर्ट रहने को कहा गया है. चुनाव के तहत आठ फरवरी को दिल्ली में मतदान होगा. अधिकारियों ने कहा कि आतंकवाद रोधी उपाय किए जा रहे हैं, जैसे किरायेदारों और घरेलू सहायकों की पहचान, सीमा पर जांच, मॉल, बाजारों सहित महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में गश्त अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने होटल, टैक्सी और ऑटो-चालकों से अलर्ट रहने को कहा है. सुरक्षा बढ़ाए जाने के मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर गश्त बढ़ा दी गई है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमने सार्वजनिक स्थलों पर गश्त बढ़ा दी है. समूह में गश्त, रात में गश्त और वाहनों की जांच केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की मदद से की जा रही है. मेट्रो स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और बस टर्मिनल पर जांच बढ़ा दी गई है.