कोरोना वायरस (coronavirus) से संदर्भित सेल्फ टेस्टिंग किट (self testing kit) को लेकर बीएमसी (BMC) की तरफ से एक बड़ी घोषणा की गयी है, जिसमें अब सेल्फ टेस्टिंग किट खरीदने पर ग्राहक को अपना आधार कार्ड भी दिखाना होगा, साथ ही इस किट को बेचने पर अब केमिस्ट को भी इसका रिकॉर्ड बाकायदा अपने पास रखना होगा। जो जानकारी निकल कर सामने आयी है उसके मुताबिक होम टेस्टिंग किट बीएमसी के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. कई लोग तो अपने घर पर ही सेल्फ टेस्टिंग किट द्वारा कोरोना की जांच कर रहे हैं, जिसमें से अधिकांश लोग ऐसे हैं, जिनकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के बाद भी वे इसकी जानकारी छिपा रहे हैं, जिससे सरकार और प्रशासन की चिंता लेकर बढ़ी है कि ऐसे कुल कितने लोग हो सकते हैं, जिन्होंने मेडिकल स्टोर से कोरोना टेस्टींग किट खरीदी और तो और टेस्टिंग किट से कोरोना संक्रमित की पुष्टि होने के बावजूद वे लोग न तो डॉक्टर से और न ही संबंधित विभाग से संपर्क कर रहे हैं, बल्कि खुद अपना इलाज घर पर ही कर रहे हैं, जो किसी खतरनाक स्थिति से कम नहीं है. बीएमसी द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक अगस्त महीने से दिसंबर महीने तक होम टेस्टिंग किट के जरिए करीब 96 हजार लोग पॉजिटिव पाए गए, जबकि टेस्टिंग किट खरीदने की संख्या लाखों में है. इस बारे में मुंबई की मेयर किशोरी पेड़णेकर (mayor kishori pednekar) ने बताया कि अब सेल्फ टेस्टिंग किट खरीदने वालों के लिए अपना आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा और केमिस्ट को इसका रिकॉर्ड भी मेंटेन करके रखना होगा। यही नहीं उन्होंने ये भी बताया कि टेस्टिंग किट ऑनलाइन ख़रीदने से संदर्भित उनकी ई-कॉमर्स वेबसाइट से भी बातचीत चल रही है, जिस पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा।