राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को देश में बैन कर देना चाहिए : ज्ञानी हरप्रीत सिंह

 15 Oct 2019  988

संवाददाता/in24 न्यूज़।  
लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आज़ादी एक बहुत बड़ी देन है. यही कारण है कि जिसे जो कहना होता है वह अपनी बात खुलकर कह सकता है. इसी कड़ी में अकाल तख्त के प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत पर जबरदस्त निशाना साधा है.गौरतलब है कि अकाल तख्त के प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आज कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को देश में बैन कर देना चाहिए. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान देशहित में नहीं है, यह देश को बर्बाद करने वाला कथन है. बता दें कि मोहन भागवत ने भारत को एक हिंदू राष्ट्र बताया था. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि संघ अपने इस नजरिए पर अडिग है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है. विजयदशमी के दिन नागपुर में अपने संबोधन में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि राष्ट्र के वैभव और शांति के लिए काम कर रहे सभी भारतीय हिंदू हैं. संघ की अपने राष्ट्र की पहचान के बारे में, हम सबकी सामूहिक पहचान के बारे में, हमारे देश के स्वभाव की पहचान के बारे में स्पष्ट दृष्टि व घोषणा है, वह सुविचारित व अडिग है, कि भारत हिंदुस्तान, हिंदू राष्ट्र है.वहीं मोहन भागवत के इस बयान पर शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भी खफा है. एसजीपीसी अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि यह बयान बेहद आपत्तिजनक है . संविधान ने सभी नागरिकों को धर्म की स्वतंत्रता दी है. ऐसा लगता है कि भागवत संविधान को न देखते हुए हिंदू राष्ट्र का अपना एजेंडा सभी पर थोपना चाहते हैं.