तेजस के यात्रियों को भोजन के बाद उल्टी हुई
13 Jan 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
रेल में यात्रा के दौरान भोजन की भी व्यवस्था होती है. अगर रेलवे के भोजन में गड़बड़ी हो तो उसकी व्यवस्था की लापरवाही सामने आती है. गौरतलब है कि हालही में शुरू की गई तेजस एक्प्रेस में बासी खाना परोसने पर कॉन्ट्रैक्टर एक लाख रुपये का जुर्माना लाया गया है. गोवा में करमाली और मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बीच तेजस एक्सप्रेस में सवार यात्रियों ने शनिवार को ट्रेन में बासी भोजन परोसे जाने की शिकायत की थी. मुंबई-अहमदाबाद शताब्दी एक्सप्रेस में बासी भोजन परोसे जाने के बाद पिछले हफ्ते के बाद यह दूसरी घटना है. यात्रियों ने अधिकारियों से इस मामले में शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद आईआरसीटीसी ने कॉन्ट्रैक्टर पर एक लाख का जुर्माना लगाने की बात कही है. खबर के अनुसार शनिवार को जब यात्रियों को महाराष्ट्र के चिपलून रेलवे स्टेशन के बाद ट्रेन में रात का खाना परोसा गया तो उन्होंने शिकायत की कि खाना बासी है. जबकि ऑन-बोर्ड कैटरिंग स्टाफ ने भोजन के पैकेट को बदलने की पेशकश की, यात्रियों ने आरोप लगाया कि भोजन करने के बाद उन्हें उल्टियां हुई. यात्रियों ने यह भी कहा कि उन्हें बार-बार अनुरोध के बावजूद चिकित्सा सहायता प्रदान नहीं की गई. रिपोर्ट के अनुसार कुडाल से ठाणे रेलवे स्टेशन तक यात्रा करने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि हमें रात को जो खाना में परोसा गया था, उसमें हमने देखा कि पुलाव और रोटियों में बदबू आ रही थी. हमने तुरंत ऑन-बोर्ड कर्मचारियों को इसकी सूचना दी. व्यक्ति ने कहा कि मुझे भोजन करने के बाद बेचैनी और उल्टी महसूस हुई. मैंने एक डॉक्टर के लिए अनुरोध किया लेकिन कोई भी नहीं आया. आठ यात्री थे जिन्होंने उल्टी की. हम रेलवे प्रशासन के साथ इस मुद्दे को उठाएंगे। एक अन्य यात्री ने कहा कि भोजन बासी था और कर्मचारियों के सामने इस मुद्दे को उठाए जाने के बावजूद उन्होंने यह बंद नहीं किया गया. कुछ यात्रियों ने रात के खाने के बाद उल्टी कर दी. आईआरसीटीसी ने आरोपों का खंडन किया है और कहा कि उल्टी की कोई घटना नहीं हुई है. आईआरसीटीसी ने कहा कि यह सच है कि पुलाव से बदबू आ रही थी क्योंकि खाना गर्म था. आईआरसीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यात्रियों को उल्टी या डॉक्टर के बारे पूछने की कोई घटना नहीं हुई.