बाडमेड की रूमा देवी लेक्चर देने जाएंगी हार्वर्ड विश्वविद्यालय
11 Feb 2020
820
संवाददाता/in24 न्यूज़.
बाड़मेर की रहने वाली रूमा देवी ने अपने दम पर कई जिलों की महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए प्रेरित किया और देश दुनिया में अपने काम का लोहा मनवाया है। शादी के चलते पर अपनी स्कूली पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाने वाली रूमा देवी ने बाड़मेर के मंगला की बेड़ी गांव सहित तीन जिलों के 75 गांव में बीस हजार से अधिक महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत करने का काम किया है। इस रूमा के कारण ही राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर और जैसलमेर की महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर खुद के पैर पर खड़ी होने में सफल हो पा रही हैं।अब राजस्थान के बाड़मेर जिले के छोटे से गांव की रहने वाली रूमा देवी हार्वर्ड विश्वविद्यालय में इंडिया क्रांफ्रेंस में लेक्चर देने के लिए बुलाया गया है। रूमा यूनिवर्सिटी के वार्षिकोत्सव के मौके पर लेक्चर देंगी। यहां पर 15 व 16 फरवरी को कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाड़मेर की रूमा देवी को वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है। वहां रूमा देवी करीब एक हजार शिक्षाविदों, छात्रों और युवा उद्यमियों से मुखातिब होगी। महिला सशक्तिकरण व हस्तशिल्प क्षेत्र के नवाचारों को दुनिया भर के लोगों से साझा करेंगी। रूमा ने बताया था कि जब वह पांच साल की थीं, तब उनकी मां की मौत हो गई थी। उनके पिता ने दूसरी शादी कर ली और उन्हें उनके चाचा के पास छोड़ दिया। वह कक्षा आठ में थीं, तभी उनकी पढ़ाई छुड़वाकर घर के कामों में लगा दिया गया। केवल 17 साल की हुईं कि उनकी शादी कर दी गई। ससुराल में अभाव के चलते बहुत सारे समझौते करने पड़े। तभी अपने पैरों पर खड़ा होने का फैसला किया और 2006 में दस महिलाओं का एक स्वयं सहायता समूह शुरू किया। धीरे धीरे उनका कारवां बढ़ता गया।