भारतीय मूल की मिस इंग्लैंड कोरोना पीड़ितों का करेंगी इलाज
08 Apr 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
अपनी मातृभूमि को संकट में देखकर मिस इंग्लैंड भाषा मुखर्जी कोरोना पीड़ितों को बतौर डॉक्टर सेवा देने के लिए मैदान में कूद पड़ी हैं. मिस इंग्लैंड भाषा मुखर्जी कोरोना पीड़ितों का इलाज करते हुए नजर आएंगी. साल 2019 में मिस इंग्लैंड चुनी गई भाषा मुखर्जी पहले पेशे से एक व्यावसायिक डॉक्टर थी. लेकिन पूरी दुनिया में फैले कोरोना के कहर के बीच उन्होंने दोबारा से अपने पुराने पेशे डॉक्टरी में लौटने का फैसला लिया है. अब भाषा मुखर्जी इस साल अगस्त तक कोरोना पीड़ितों का इलाज करती रहेंगी. वहीं अगर जरूरत पड़ी तो वे अपनी सेवाओं को आगे भी बढ़ सकती हैं. मिस इंग्लैंड भाषा मुखर्जी से पहले पहले आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वरडकर भी अपने पुराने पेशे डॉक्टरी में लौट आए हैं. वह भी प्रोफेशनल डॉक्टर रह चुके हैं और वह भारतीय मूल के हैं. 24 वर्षीय भाषा मुखर्जी भी भारतीय मूल की हैं. मिस इंग्लैंड बनने से पहले वह जूनियर डॉक्टर के पद पर तैनात हुआ करती थीं. उन्होंने दिसंबर 2019 में मिस इंग्लैंड बनने के बाद इस पेशे को अलविदा कह दिया था. भाषा मुखर्जी बोस्टन के पिलिग्रिम हॉस्पिटल में काम करती थीं. जब उन्होंने अपने पुराने साथी डॉक्टरों से बात की तो इस बीमारी के बढ़ते मरीजों के बारे में पता चला.