लॉकडाउन में राजस्थान बॉर्डर पर अनोखी शादी

 08 May 2020  725

संवाददाता/in24 न्यूज़.
लॉकडाउन के बीच भी शादियां नहीं रुक रही हैं. शादी का एक ऐसा ही मामला गुरुवार को राजस्थान बॉर्डर पर देखने को मिला। जहां मुक्तसर के मलोट से श्रीगंगानगर गए दूल्हे ने 8 घंटे के संघर्ष के बाद आखिरकार अपनी दुल्हनिया को ले ही आया। दरअसल, दूल्हे के पास पंजाब की अनुमति तो थी, लेकिन राजस्थान बॉर्डर सील होने से गुरूवार सुबह उसे खारिज कर दिया गया। इस कारण अधिकारियों ने दूल्हे को श्रीगंगानगर में एंट्री देने से मना कर दिया। ऐसे में दूल्हा-दूल्हन को दोबारा अनुमति लेने को 8 घंटे संघर्ष करना पड़ा। दूल्हे के पास मलोट प्रशासन की ओर से जारी की गई अनुमति थी लेकिन इसे श्रीगंगानगर जिला कलक्टर से अनुशंषा नहीं कराई गई थी, इस तकनीकी अड़चन ने दूल्हे की अग्नि परीक्षा शुरू कर दी। इस दौरान साधुवाली चैक पोस्ट पर दूल्हे को पंजाब और राजस्थान के चिकित्सकों की टीमों ने स्वास्थ्य परीक्षण किया। दूल्हे की मां तारादेवी का कहना था कि लॉक डाउन से पहले शादी की तारीख 29 मार्च को तय की थी। लेकिन लॉक डाउन में अधिक सख्ती के कारण 29 मार्च को विवाह आगे कर दिया गया लेकिन लॉक डाउन खत्म नहीं हुआ तो अक्षय ने सात मई को ही शादी करने के लिए जिद कर दी। इधर, श्रीगंगानगर के कुम्हार मोहल्ले में दूल्हन सुनीता अपने परिवार के साथ दूल्हे का इंतजार करती रही। जब उसे फोन पर सारी जानकारी मिली तो उसके परिजन उसे कलक्ट्रेट ले गए। केमिस्ट्री देखिए, दूल्हा राजस्थान के बॉर्डर पर अफसरों को मनाता रहा और दुल्हन सचिवालय में अनुमति लेने पहुंची। करीब सात घंटे लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दूल्हन सुनीता अपनी मां मंजू के साथ जिला कलक्टर के समक्ष पेश हुई। वहां से अनुमति की हरी झंडी मिली तो दूल्हे को साधुवाली चैक पोस्ट से राजस्थान के अंदर आने की अनुमति मिल पाई। वहां एडीएम सिटी ने इस शादी को करने के लिए आखिरकार रजामंदी दे दी। सुबह करीब साढ़े नौ बजे यह दूल्हा साधुवाली चैक पोस्ट पर आया था और उसे राजस्थान के अंदर एंट्री मिली शाम करीब पांच बजे। ऐसे में उसे करीब साढ़े सात घंटे चैक पोस्ट पर तेज धूप में खड़ा रहने पड़ा।