अम्फान तूफान ने ली 12 लोगों की जान

 21 May 2020  783

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
देश कई समस्याओं से एक साथ घिरा हुआ है. एक तरफ महामारी कोरोना तो दूसरी तरफ चक्रवाती तूफ़ान अम्फान का हमला. पश्चिम बंगाल में अम्फान से अबतक 12 लोगों की जान चली गई. बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान अम्फान बुधवार को सुपर साइक्लोन में बदल गया. उसके बाद बुधवार शाम सुपर साइक्लोन अम्फान पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप पर टकरा गया. इस दौरान उसकी रफ्तार करीब 190 घंटा प्रति किलोमीटर थी. मौसम विभाग के मुताबिक, सुपर साइक्लोनिक तूफान के जमीन से टकराने की प्रक्रिया करीब चार घंटे तक चली, इस दौरान तटीय इलाकों में 160 ये 170 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तूफान चलता रहा. जानकारी के मुताबिक, इस तूफान से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के मुताबिक, बुधवार देर रात तक मिली जानकारी के मुताबिक कम से कम 12 लोगों की जान गई है. कई इलाकों में भारी तबाही हुई है. साथ ही संचार व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है. सीएम बनर्जी की कहना है कि सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों के बारे में वास्तविक नुकसान के बारे में अभी तक पता नहीं चला है. बनर्जी ने कहा, हम कोरोना महामारी से ज्यादा नुकसान इस चक्रवात के कारण झेल रहे हैं. बता दें कि सुपर साइक्लोन अम्फान ने उत्तर और दक्षिण 24 परगना में भारी तबाही मचाई है. साथ ही कोलकाता में तूफान से भारी नुकसान हुआ है. इस तूफान से सचिवालय को भी क्षति पहुंची है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साइक्लोन से निपटने के लिए केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है. कोलकाता में तूफान के चलते सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं जिससे यातायात प्रभावित हुआ है. एनडीआरएफ की टीमें सड़क निकासी और बहाली का काम कर रही हैं. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान अम्फान रिकॉर्ड 18 घंटे में श्रेणी-1 से श्रेणी-5 के सुपर साइक्लोनिक तूफान में बदल गया है. बता दें कि अम्फान बीते 20 सालों में पूर्वी तट से टकराने वाला दूसरा सबसे ताककवर तूफान है. इससे पहले साल 1999 में ओडिशा में आए तूफान ने भारी तबाही मचाई थी इसमें 15 हजार लोगों की जान गई थी.