टिड्डियों से अब निपटेगी वायुसेना
08 Jun 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
टिड्डियों के हमले से हो रहे फसलों के नुक्सान को रोकने के लिए अब सरकार वायुसेना की मदद ली है. जिसके तहत वायुसेना के हेलिकॉप्टर्स पर छिड़काव के उपकरण लगाए जाएंगे. जो प्रभावित इलाकों में छिड़काव कर टिड्डियों को खत्म कर देंगे. बता दें कि कृषि मंत्रालय टिड्डियों से निपटने के लिए उच्च शक्ति वाले छिड़काव उपकरण का आयात कर रहा है. जिन्हें भारतीय वायुसेना के पांच एमआई-17 हेलीकॉप्टरों पर लगाया जाएगा जो टिड्डियों के झुंडों पर छिड़काव कर खत्म कर देंगे. विमानन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के पांच एमआई-17 हेलीकाप्टरों पर लगाए जाने के लिए यूरोपीय संघ से उच्च-शक्ति छिड़काव उपकरण को आयात किया जा रहा है. विभिन्न मंत्रालयों, आईएएफ, सेना विमानन कोर और उद्योग के बीच करीबी सहयोग से हमें 27 वर्षों में सबसे खराब टिड्डियों के हमले के खिलाफ जीतने में मदद करेगा. उन्होंने बताया कि एक सशक्त समिति हेलीकॉप्टर कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है. जिस पर जल्द ही समझौते की उम्मीद है. बता दें कि ये समझौता डीजीसीए की मंजूरी के अधीन है. जैसे ही मंजूरी मिलेगी इन उपकरणों को आयात कर लिया जाएगा. उसके बाद इन्हें आईएएफ के हेलीकॉप्टरों पर लगाया जाएगा. बता दें कि विमानन मंत्रालय ने पिछले महीने कृषि मंत्रालय को 'एंटी-लोकस्ट ऑपरेशन' यानी टिड्डियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए स्प्रे ड्रोन के इस्तेमाल की अनुमति दी थी. अधिकारी ने बताया कि एक अंतर-मंत्रालयीय अधिकार प्राप्त समिति ने बोली लगाने वालों के साथ वार्ता की और पांच ड्रोन कंपनियों को कार्य आदेश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि ड्रोन-स्क्वाड अगले हफ्ते की शुरुआत में टिड्डियों के हमले से प्रभावित बाड़मेर, फलोदी, नागौर और बीकानेर पहुंचेंगे