अपने खिलाफ़ लगातार एफआरआई दर्ज होने से भड़के बाबा रामदेव

 01 Jul 2020  741

संवाददाता/in24 न्यूज़.
पतंजलि द्वारा कोरोना बीमारी से बचने की दवा कोरोनिल को जिस जोश के साथ योगगुरु बाबा रामदेव ने लॉन्च किया उससे एक तरफ लोगों में भारी उत्साह देखा गया तो दूसरी तरफ बाबा रामदेव के खिलाफ मामले दर्ज होने शुरू हो गए. इस दवा का विरोध इस कदर बढ़ता जा रहा है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बाबा रामदेव के खिलाफ एफआरआई दर्ज करने की मुहीम शुरू है. इस पूरे विवाद को देखते हुए बाबा ने मीडिया का सहारा लिया और कहा कि अब देश के अंदर आयुर्वेद पर काम करना गुनाह हो गया है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि भारत के अंदर योग आयुर्वेद का काम करना एक गुनाह हो. सैकड़ों जगह हमपर एफआईआर दर्ज हो गईं. जैसे किसी देशद्रोही और आतंकवादी के खिलाफ दर्ज होती हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि सब लोगों ने कहा कि पतंजलि ने कोरोनिल पर यूटर्न लिया. आयुष मंत्रालय ने कहा कि पंतजिल ने कोरोना के संदर्भ में जो पहल की है, वह अच्छी है. इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा  कि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर यह बात भी फैला दी कि सात दिनों में बाबा जेल चले जाएं. मेरी जाति और धर्म को लेकर भी टिप्पणियां की गईं. बाबा ने यह भी कहा कि कुछ लोग जरूर खुश हो रहे होंगे कि आयुष मंत्रालय ने कहा कि कोविड मैनेजमेंट के लिए पतंजलि ने जो काम किया उसको हम उपयुक्त कह रहे हैं. इसमें मैनेजमेंट शब्द का इस्तेमाल किया गया, ट्रीटमेंट का नहीं. शब्दों के मायाजाल में हम आयुर्वेद का सत्य न तो दबने देंगे, न ही मिटने देंगे। बता दें कि इससे पहले कोरोनिल दवा पर पतंजलि आयुर्वेद ने उत्तराखंड आयुष विभाग से मिले नोटिस के जवाब में कहा था कि उसने कोरोना की कोई दवा नहीं बनाई है. इस पूरे विवाद के बाद आयुष मंत्रालय इसकी जांच कर रहा है. यानी बाबा रामदेव लगातार इस मामले में घिरते नज़र आ रहे हैं. आयुष मंत्रालय इस बारे में जबतक ठोस जवाब नहीं देता तबतक बाबा की परेशानी खत्म होती नहीं दिख रही है.