वेंटीलेटर आधे घंटे के लिए बंद होने से 22 मरीजों की मौत
21 Apr 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना काल में महाराष्ट्र की हालत गंभीर होती जा रही है। इसी बीच नासिक में डॉक्टर जाकिर हुसैन अस्पताल के बाहर ऑक्सीजन टैंकर में रिसाव होने के कारण आपूर्ति बाधित हो जाने से वेंटिलेटर पर रखे गये 22 मरीजों ने दम तोड़ दिया। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की जांच की मांग की है। राज्य सरकार में मंत्री राजेंद्र शिंगणे ने जांच के आदेश दिए हैं। ऑक्सीजन के टैंकर में रिसाव के कारण अस्पताल में लगभग आधे घंटे तक ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित रही जिसके कारण वेंटिलेटर पर रखे गए 22 मरीजों की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार ऑक्सीजन का रिसाव दोपहर लगभग 12 बजे हुआ। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि संभवतः ऑक्सीजन आपूर्ति में आई रुकावट की वजह से इन मरीजों की मौत हुई है। नासिक नगर निगम के आयुक्त कैलाश जाधव ने बताया कि जिसकी यह लापरवाही होगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। ऑक्सीजन के रिसाव को रोकने के प्रयास किये जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते केस के बीच महाराष्ट्र के कई जिलों में ऑक्सिजन की भारी कमी है। इसकी वजह से आए दिन मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। राज्य सरकार ने भी केंद्र से अनुरोध किया था कि हवाई मार्ग के जरिए ऑक्सिजन की सप्लाई राज्य में करवाई जाए। ताकि मरीजों को सही समय पर ऑक्सिजन मुहैया हो सके और उनकी जान बचाई जा सके। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की विस्तृत जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि नासिक में जो हुआ वह भयानक है, मैं मांग करता हूं कि दूसरे मरीजों की मदद की जाए और उन्हें शिफ्ट किया जाए, हम विस्तृत जांच की मांग करते हैं। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और मुआवजे के तौर पर पांच-पांच लाख देने की घोषणा की है।