कोरोना संक्रमित पति की टूटती सांस को पत्नी की सांस भी नहीं बचा सकी

 25 Apr 2021  821

संवाददाता/in24 न्यूज़.
जानलेवा महामारी कोरोना  के बढ़ते ख़ौफ़ के बीच गरा से एक बहुत ही दर्दनाक मामला सामने आया है. यहां एक महिला ऑक्सीजन न मिलने पर अपने कोविड संक्रमित पति को मुंह से सांस देती रही, हालांकि वह उसे बचा नहीं सकी. महिला अपने पति को अस्पताल ले जाते समय रास्ते भर मुंह से सांस दे रही थी. खबरों के मुताबिक़ आगरा में एक शख्स को सांस लेने में तकलीफ हुई तो उनकी पत्नी उन्हें लेकर अस्पताल की ओर भागी. हालांकि तीन-चार अस्पतालों का चक्कर काटने के बाद महिला रेणू सिंघल ऑटो रिक्शा से अपने पति को लेकर एक सरकारी अस्पताल पहुंची. इस दौरान उनके पति लगातार सांस लेने की तकलीफ से जूझ रहे थे. रेणु सिंघल रास्ते भर अपने कोविड संक्रमित पति को मुंह से भी सांस देने की कोशिश करती रहीं. हालांकि अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उनके पति की सांस टूट गई और उन्हें बचाया नहीं जा सका. घटना शुक्रवार की बताई जा रही है. खबरों के मुताबिक़ आगरा जिले के आवास विकास सेक्टर सात की रहने वाली रेणू सिंघल अपने पति रवि सिंघल को सरकारी अस्पताल सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज लेकर आई थीं. जिस समय वह अस्पताल पहुंची थीं, उनके पति को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. लोगों ने बताया कि रेणु सिंघल अपने पति को बचाने के लिए लगातार अपने मुंह से सांस देने की कोशिश करती रहीं. रेणू ने एंबुलेंस को फोन किया था लेकिन उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई थी. इसके बाद वह अपने पति को ऑटो में ही लेकर एसएनएमसी अस्पताल पहुंची थीं. इससे पहले वह तीन-चार अस्पतालों के चक्कर काटकर आई थीं, लेकिन कहीं भी उनके पति के लिए बेड का अरेंजमेंट नहीं हो पाया था. एसएनएमसी अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उनके पति की सांस टूट गई और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. रेणु ने बताया कि तीन-चार निजी अस्पतालों ने उनके पति को भर्ती करने से इनकार कर दिया था. इस मामले में आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिले में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी है, उपलब्धता के अनुसार व्यवस्था की जा रही है. बता दें कि आगरा में शनिवार को 530 नए कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं. बता दें कि मरीज़ों की जान बचाने में प्रशासन पूरी तरह फेल होता हुआ दिखने लगा है.