युवती के टुकड़े कर फेंकने वाले पति समेत चार लोगों को किया गिरफ्तार

 14 May 2017  1588

ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़, मुंबई

मुंबई : 10 दिन पहले हुई 23 साल की युवती की हत्या कर शव के टुकड़े कर अलग अलग जगह फेंकने के आरोप में उसके पिता, सास-ससुर समेत चार लोगो को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की निशानदेही से शव के टुकड़ों से भरा एक बैग पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि किसी अन्य आरोपी को पैसे देकर शव को ठिकाने लगाने को कहा गया था। पुलिस का यह भी कहना है कि मृतक का सिर अभी तक बरामद नहीं हुआ है।

आपको बता दे कि यह मामला उस वक़्त सुर्ख़ियों में आया था जब महापे नाले से पुलिस ने जब एक धड़ बरामद किया था। बाद में शव की पहचान युवती की बहन ने टैटू के आधार पर प्रियंका गुरव के नाम की थी। मृतक की शादी तीन साल तक रिलेशनशिप में रहने के बाद 30 अप्रैल को एक आईटी कंपनी में काम करने वाले सिद्धेश गुरव के साथ हुई थी। वैसे शादी से पहले युवती अपने बहन के साथ ही रहती थी। पुलिस क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर इस मामले की जांच कर रही है। मुख्य आरोपी सिद्धेश का पिता मनोहर पीडब्ल्यूडी में स्वीपर के पद कम करता है। हाल ही में मनोहर और उसकी पत्नी माधुरी वर्ली के पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी आवास में शिफ्ट हुए थे। शादी के चार दिनों के भीतर ही युवती की हत्या होने से सबसे पहले पुलिस का शक ससुराल वालों पर ही गया।

नवी मुंबई क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर जगदीश कुलकर्णी का कहना है, जिस वक़्त ससुराल वालों को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उनका कहना था कि प्रियंका के गुमशुदगी की रिपोर्ट उन्होंने 6 मई के दिन ही वर्ली पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई थी। परिजनो का कहना था कि मृतक 5 मई के दिन इंटरव्यू देने गई थी और उसके बाद से ही वह घर नहीं लौटी थी। पुलिस ने सर्विलांस टीम द्वारा जांच करने पर 5 मई को प्रियंका के मोबाइल की लोकेशन उसके घर पर ही पाई गई। प्रियंका के आरोपियों से कड़ी पूछताछ के बाद सभी लोगो ने जुर्म कबूल कर लिया। जगदीश कुलकर्णी स्पष्ट कहा कि कॉल डिटेल्स के आधार पर डोम्बिवली से 25 वर्षीय दुर्गेश को गिरफ्तार किया गया है जिसको पैसे देकर लाश ठिकाने लगाने को कहा गया था।

कत्ल करने के लिए आरोपियों ने तकिए का इस्तेमाल कर युवती की हत्या कर दी जिसके बाद शव को टुकड़े कर के अलग अलग जगहों पर फेंक दिया गया। सिद्धेश का कहना है कि युवती ने दवाब  बनाकर जबरदस्ती उससे शादी की थी, जबकि वह उससे शादी ही नहीं करना चाहता था।