इंद्राणी के सारे आरोप सच साबित हुए
29 Jun 2017
1420
ब्यूरो रिपोर्ट in 24 न्यूज़, मुंबई
शीना बोरा हत्याकांड की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी के भायखला जेल अधिकारियों द्वारा पिटाई का आरोप सच साबित हो चुके है। जे जे अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की। आपको बता दे की इंद्राणी ने दो दिन पहले यह आरोप लगाया था कि उसे जेल अधिकारियों पीटने और यौन शोषण करने की धमकी दी।पूर्व मिडिया कार्यकारी वकील ने सीबीआई अदालत में एक अर्जी दायर कर आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों और अधीक्षक ने इंद्राणी से गाली गलौज की और जेल में मौत के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए यौन शोषण करने की धमकी दी।
मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई न्यायाधीश जेसी जगदले क कहा है कि इंद्राणी को पहले चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाया जाए और बाद में उसे शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने ले जाया जाए। जे.जे.अस्पताल में इंद्राणी की चिकित्सीय जांच की गई अस्पताल के चिकित्सीय जांचके मुताबिक डॉक्टरों का कहना है की ,'इंद्राणी को कुछ गुम चोटें और अन्य चोटें भी आयी हैं। हमारी जांच के अनुसार पिटाई किए जाने के उनके दावे सही लग रहे हैं।' अधिकारी ने कहा, ' इंद्राणी की चिकित्सा रिपोर्ट अदालत में दाखिल की जाएगी क्योंकि अदालत ने चिकित्सा जांच के आदेश दिए थे।'
पुलिस के अनुसार, 23 जून को महिला दोषी मंजू गोविंद शेट्टे (45) की मौत से गुस्साई कैदियों ने अगले दिन विरोध प्रदर्शन किए। उनमें से कुछ जेल की छत पर चली गईं जबकि कुछ अन्यों ने अपना गुस्सा जताने के लिए परिसर के भीतर अखबारों और दस्तावेजों में आग लगा दी। बाद में नागपाडा पुलिस ने इंद्राणी समेत भायखला जेल की करीब 200 कैदियों पर दंगा करने, गैरकानूनी ढंग से एकत्रित होने, सरकारी सेवक पर हमला करने और भारतीय दंड संहिता की अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किए।
इंद्राणी ने यह भी बताया कि उन्होंने महिला कैदी को कथित तौर पर पीटे जाते हुए देखा था। उन्होंने कहा कि जब शेट्टे की मौत से पहले उसकी हालत के बारे में पूछा तो उसे बताया गया कि वह ठीक है। हालांकि बाद में इंद्राणी को पता चला कि शेट्टे की मौत हो गई है। इंद्राणी ने कल सीबीआई अदालत को बताया कि शेट्टे की मौत का मामला दर्ज किए जाने के बाद उसने जेल अधिकारियों को बताया कि वह इस मामले में गवाही देने के लिए तैयार हैं।
घटना की पूरी जानकारी बताते हुए इंद्राणी ने आरोप लगाया कि अधिकारीयों ने जेल की लाइटें बंद करने के बाद लाठीचार्ज करने के आदेश दिए थे यहां तक कि पुरुष अधिकारियों ने जेल में कैदियों पर लाठीचार्ज किया।आगे इंद्राणी ने कहा,'मुझे हाथ और पैर पर मारा गया। मैं मुश्किल से चल पा रही हूं।' इंद्राणी ने आरोप लगाया कि अधीक्षक ने कहा,'तू गवाह बनने जा रही है...तुझे भी देख लेंगे।' उन्होंने बताया कि अधीक्षक ने धमकी देते हुए कहा, 'हम तेरे साथ भी वही करेंगे जो हमने शेट्टे के साथ किया था।'