देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (mumbai) से एक बेहद ही हैरान करने वाली घटना सामने आई है। मुंबई के अंधेरी (andheri) इलाके में रहने वाली एक महिला ने अपने बेटे के साथ मिलकर पहले अपने पति की हत्या (murder) कर दी, फिर इस हत्या को सुसाइड (suicide) का रंग देने के लिए पति के शव को बिल्डिंग की सातवीं मंजिल से धक्का दे दिया। लेकिन पुलिसिया जांच में मां और बेटे की करतूत सामने आ गई, और पुलिस द्वारा की गयी कड़ाई से पूछताछ के बाद दोनों टूट गए और अपना गुनाह कबूल कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
बताया जाता है कि अंधेरी पश्चिम के वीरा देसाई रोड इलाके में स्थित सिडबी क्वार्टर में उस समय हड़कंप मच गया, जब बिल्डिंग में रहने वाले संतन कुमार शेषाद्री (54) नीचे आ गिरे। संतन कुमार शेषाद्री स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI) में अस्सिस्टेंट जनरल मैनेजर की पोस्ट पर कार्यरत थे और अपने परिवार के साथ सिडबी क्वार्टर बिल्डिंग के सातवें फ्लोर पर रहते थे.
शेषाद्री के गिरने की खबर पड़ोसियों ने अंबोली पुलिस को दी. जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंच कर जांच शुरू की. पुलिस को जांच के दौरान ऐसे कई सबूत मिले जो बेटे और मां को कठघरे में खड़ा कर रहे थे. पुलिस जब शेषाद्री के घर में दाखिल हुई तो घर की छत पर खून के धब्बे थे और कमरे में रखा सामान अस्त व्यस्त था। इसे देख कर पुलिस का माथा ठनका। इसके बाद पुलिस ने मां और बेटे से अलग-अलग कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
मामले की जांच कर रहे अंबोली पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अब्दुल रउफ ने बताया कि संतन कुमार शेषाद्री की हत्या के आरोप में उनकी पत्नी जयशीला शेषाद्रि (52) और बेटे अरविंद (26) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, दोनों संतन कुमार से काफी तंग आ चुके थे क्योंकि काफी पैसा होने के बाद भी संतन कुमार परिवार वालों को पैसा नहीं देते थे और अक्सर छोटी-छोटी बातों पर परिवार के बीच झगड़ा होता था। जांच में यह भी सामने आया है कि बेटा अरविंद स्टडीज के लिए कनाडा जाना चाहता था, लेकिन संतनकुमार उसे पैसे नहीं दे रहे थे। इसी वजह से गुरुवार शमा को तीनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद मां और बेटे ने मिलकर संतनकुमार को मारने का प्लान बनाया।
अब्दुल रउफ ने बताया कि घटना वाले दिन सुबह चार बजे मां और बेटे ने जब संतनकुमार सो रहे थे तो उनके सिर पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद संतनकुमार के हाथ की नस को चाकू से काटा गया, और मौत की पुष्टि होने पर मां और बेटे ने मिलकर संतनकुमार को बालकनी से नीचे फेंक दिया। बालकनी से फेंकने के बाद मां और बेटे ने घर में फैले खून को साफ किया और खून से सने कपड़ों को वाशिंग मशीन में धो दिया। लेकिन पुलिस की जांच में सब कुछ सामने आ गया, और मां-बेटे पहुंच गए जेल की सलाखों के पीछे