मुंबई पुलिस (mumbai police) की क्राइम ब्रांच यूनिट 11 ने तीन ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया है जो राहगीरों से उनका मोबाइल फोन बड़ी ही शातिर तरीके से लूट कर फरार हो जाते थे. गिरफ्तार कथित झपटमारों के नाम हैं सलमान उर्फ़ मोहम्मद नदीम शेख, उम्र 30 साल, इमरान उर्फ़ गॅबी मुश्ताक सय्यद, उम्र 21 साल और नाहीद उर्फ़ जाहिद उर्फ़ जिशान साबीर कुरेशी, उम्र 22 साल. दरअसल ये तीनों किसी भी अनजाने लड़के या व्यक्ति पर अपनी खुद की बहन को अश्लील मैसेज भेजने का आरोप लगा कर, उसका मोबाइल फोन चेक करते थे। और जैसे ही मोबाइल फोन इनके हाथ में आता ये तीनों फरार हो जाते थे.
मलाड पुलिस (malad police) के अनुसार कांदिवली में रहने वाला एक 19 वर्षीय कॉलेज का छात्र अपने दो दोस्तों के साथ घर जा रहा था. दोनों दोस्त बात कर रहे थे, जबकि उक्त 19 वर्षीय कॉलेज का छात्र फोन पर किसी को मैसेज कर रहा था. जब ये तीनों लोग ओल्ड सोनल इंडस्ट्रियल एस्टेट के पास पहुंचे तो, अचानक तीनों आरोपी इनके सामने आ गए और मैसेज करने वाले छात्र को घेर लिया। तीन आरोपियों में से एक ने पीड़ित छात्र से कहा कि वह उनकी बहन को अश्लील मैसेज क्यों भेज रहा है. जब छात्र ने इसका खंडन किया तो आरोपी ने मोबाइल फोन चेक करने को कहा. इसके बाद छात्र ने अपना मोबाइल फोन आरोपी को दे दिया। आरोपी ने जैसे ही फोन हाथ में लिया, वैसे ही सभी आरोपी वहां से जाने लगे. छात्र ने जब मोबाइल लौटाने को कहा तो एक आरोपी ने चाकू निकाल लिया, जिससे तीनों छात्र डर गए. इसके बाद सभी आरोपी वहाँ से फरार हो गए. पहले तो पीड़ित छात्रों को कुछ समझ में ही नहीं आया, लेकिन जब इन्हें इस लूट का एहसास हुआ तो, छात्रों ने मलाड पुलिस स्टेशन जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने घटना स्थल पर पहुँच कर आसपास लगे सीसीटीवी को चेक किया। आखिर एक सीसीटीवी के फुटेज में तीनो आरोपी नजर आ गए, जिसके बाद पुलिस ने अपने मुखबिरों की मदद से इन सभी आरोपियों का पता लगाया और गिरफ्तार किया। इन तीनो के भागने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. जिसमे ये तीनों एक ऑटो में बैठ कर भागते हुए नजर आ रहे हैं.
मालाड पुलिस ने इस मामले में बताया कि ये आरोपी सभी बेरोजगार हैं और मौज मस्ती के लिए ही लूटपाट करते थे. इन तीनों ने अब तक 80 से अधिक मोबाइल फोन की इसी तरह से लूटपाट की है. पुलिस ने आगे कहा कि जब ये किसी को अपना निशाना बनाते थे, तो पीड़ित व्यक्ति लड़की और छेड़छाड़ की बात सुनकर इतना डर जाता था कि उसके पास अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए आरोपियों को अपना फोन सौंपने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होता था, जिसका फायदा उठाकर ये कथित झपटमार चोरी की वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो जाते थे. फिलहाल सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं मामले की जांच जारी है.