फर्जी परीक्षार्थी मामलें मे 15 लोग गिरफ्तार
13 Mar 2018
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राशिद फ़ज़लानी/in24 न्यूज़
डमी छात्र बिठाकर सरकारी नौकरी लगाने के सनसनीखेज मामले में महारष्ट्र के नांदेड़ पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है नांदेड़ पुलिस की सीआईडी शाखा ने इस मामले 15 ठगों को गिरफ्तार किया है जो संगठित तौर पर पुए वारदात को अनजाम देते थे और सुनियोजित ढंग से बाकायदा इस गोरख धंदे को सरेआम धड़्डले से चलाया जा रहा था पुलिस के हत्थे चढ़े सभी आरोपियों को 15 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश कोर्ट ने दिया है मामला सन २०१५ का है जिस समय राजयभर में डमी छात्र बिठाकर सरकारी नौकरी लगाने के सनसनीखेज मामले ने सरकारी महकमों में हड़कपं मचाया था पुलिस के अनुसार इस पुरे मामले का मास्टर माइंड प्रबोध राठोड ही था जिस पर आरोप है की परीक्षा में डमी परक्षार्थी बिठाकर पास करवा देने से लेकर मंञालय से नौकरी का ऑडर लाकर देने तक कि पूरी जिम्मेदारी वो
खुद ही उठता था जिसके झांसे में पढ़कर कई लोगों ने नौकरी हासिल की है.वही एन.सी.पी. के कई नेताओं ने सदन मे हंगामा करते हुये ईस गंभीर मामलें को उठाते हुये ईस डमी कांड मे फर्जी नौकरीया प्राप्त करनेवाले सभी लोगों को नौकरी से बरखास्त करनें और ईस मामलें मे लिप्त सभी आरोपीयों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
आपको बतादे कि ईस डमी कांड का मुख्य आरोपी और मास्टर माईंड प्रबोध राठोड किनवट के मांडवी स्तीथ एन.सी.पी. के जिल्हा परीषद के सदस्य मधुकर राठोड का पुञ है. ईस करोडों के गोरख धंदे मे कई आला अधीकारीयोन के लिप्त होने की आशंका भी जताई जा रही है अब सवाल ये उठता है प्रशासनिक कार्यलयों में नौकरी मिलने पर क्या सम्बंधित मंत्रालय दस्तावेजों की जाँच नहीं करता सवाल ये भी उठता है इस तरह के मामले में छोटी मछलियां तो धर ली जाती पर उन बड़ी मछलीयों का बाल तक बांका नहीं होता जो करोडो रूपए गटक जाती है और डकार तक नहीं लेती