आंध्र में राष्ट्रपति शासन लगाओ : चंद्रबाबू
23 Oct 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाकर राज्य में कानून-व्यवस्था की विफलता, वित्तीय दिवालियेपन और आर्थिक पतन को समाप्त करने का आग्रह किया। नायडू ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी शासन का राज्य प्रायोजित आतंकवाद तभी समाप्त होगा जब राज्य में अनुच्छेद 356 लागू किया जाएगा। केंद्र को इस पर विचार करना चाहिए क्योंकि तेदेपा ने पहली बार यह मांग की है, हालांकि वह सैद्धांतिक रूप से राष्ट्रपति शासन के खिलाफ रही है। तेदेपा प्रमुख ने आज रात आठ बजे वाईसीपी सरकार के आतंकवाद के खिलाफ 36 घंटे की दीक्षा का समापन किया। नायडू ने इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जगन रेड्डी शासन ने विपक्षी तेदेपा नेताओं से लेकर आम जनता, कर्मचारियों और किसानों समेत सभी वर्गों, अदालतों और चुनाव आयोग जैसे संवैधानिक संस्थानों पर लक्षित हमले किए हैं। नायडू ने मांग की कि मंगलागिरी में तेदेपा के मुख्य कार्यालय पर नवीनतम हमले की सीबीआई जांच का आदेश दिया जाए, जो पार्टी के 70 लाख से अधिक समर्पित कार्यकर्ताओं के लिए एक मंदिर की तरह है। राज्य पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया और एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया बल्कि तेदेपा नेताओं के खिलाफ ही हत्या के प्रयास के झूठे मामले दर्ज किये गये। तेदेपा नेता पट्टाभि राम के घर में तोड़फोड़ की गयी और फिर उन्हें मनगढ़ंत मामले में फंसाया गया। नायडू ने पूछा कि वाईएसआरसीपी सरकार राज्य में बढ़ते गांजे और नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। मुंद्रा बंदरगाह पर जब्त हेरोइन की कीमत 21,000 करोड़ रुपए आंकी गई थी और विजयवाड़ा स्थित एक फर्म इसकी तस्करी कर रही थी। पडेरू एजेंसी क्षेत्र में 25,000 एकड़ में 8,000 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के गांजे की खेती की जा रही है। आंध्र सरकार लोगों को यह नहीं बता पा रही है कि वह इसके खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है। तेदेपा प्रमुख ने पट्टाभि राम द्वारा इस्तेमाल किए गए एक शब्द की गलत व्याख्या करने के लिए जगन रेड्डी की आलोचना की और कहा कि उन्होंने इस पर काफी शोध किया है। अगर मुख्यमंत्री के मन में अपनी मां के लिए बहुत प्यार और स्नेह है, तो उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने सस्ते राजनीतिक लाभ के लिए उनका नाम क्यों घसीटा। तेदेपा प्रमुख ने कहा कि वाईसीपी सरकार पूरी तरह से शराब माफिया, ड्रग्स और उपद्रव पर निर्भर है ताकि सभी वर्गों के लाेगों के खिलाफ अपराधों और अत्याचारों को अंजाम दिया जा सके, लेकिन तेदेपा चुप नहीं रहेगी और वह धर्म एवं न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी। बता दें कि आंध्र में सत्ता और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।