हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए है मेरी किताब : सलमान खुर्शीद
13 Nov 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद अपनी पुस्तक ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच सफाई दी और कहा है कहा कि उन्होंने यह किताब हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के लिए लिखी थी। खुर्शीद ने कहा कि जो कोई भी राजनीति करना चाहेगा, करेगा और जो कोई किताब लिखना चाहेगा लिखेगा। मेरी पुस्तक हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने और लोगों को यह समझाने के लिए है कि सुप्रीम कोर्ट का अयोध्या पर फैसला एक अच्छा फैसला था। बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद अपनी हालिया पुस्तक सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन आवर टाइम्स में कथित रूप से हिंदू धर्म को बदनाम करने और आतंकवाद से तुलना करने के लिए विवादों में फंस गए। अयोध्या फैसले पर खुर्शीद की किताब पिछले हफ्ते जारी की गई थी। इसने अयोध्या विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले का जिक्र था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खुर्शीद ने हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों से की है। पुस्तक पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि हिंदू धर्म पर कांग्रेस पार्टी का हमला एक संयोग नहीं बल्कि एक प्रयोग है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी मौका मिलता है, कांग्रेस का स्वभाव हिंदू धर्म पर हमला करना है।वहीं, हिंदू सेना ने खुर्शीद की किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। साथ ही आरोप लगाया कि हिंदुत्व की तुलना आतंकी समूहों के जिहादी इस्लाम से करने वाले उनके बयान से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि किताब में की गई तुलना हिंदू धर्म को बदनाम करने का प्रयास है। इस बीच दिल्ली के दो वकीलों ने खुर्शीद के खिलाफ अपनी किताब में हिंदू धर्म की कथित रूप से बदनामी करने और आतंकवाद से तुलना करने के लिए दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। यह विवाद ऐसे समय में खड़ा हुआ है जब देश के सात राज्यों गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। बता दें कि सलमान खुर्शीद की पुस्तक का लगातार विरोध जारी है।