महीनों गायब रहने के बाद मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह कल क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश हुए थे, जहाँ उनसे करीब 7 घंटे तक पूछताछ की गयी थी. बताया जा रह है कि परमबीर सिंह (parambeer singh) ने अपने वकील गुंजन मंगला के माध्यम से अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एसबी भाजीपाले के समक्ष एक आवेदन दायर किया है और उन्हें भगोड़ा घोषित करने के आदेश को रद्द करने की मांग की है.
यही नहीं परमबीर सिह के सामने आने के बाद अब बीजेपी (bjp) ने कांग्रेस (congress) समेत उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) पर निशाना साधा है. इस पूरे मामल में परमबीर सिंह के सामने आने के बाद घटनाक्रम नाटकीय हो गया है. दरअसल परमबीर सिंह गुरूवार को अचानक क्राइम ब्रांच ऑफिस पहुंचे, जहां उनसे तकरीबन 7 घंटे तक पूछताछ की गयी. DCP नीलोत्पल मिश्रा और उनकी टीम ने गोरेगांव में दर्ज वसूली के एक मामले में उनसे पूछताछ की. इसी मामले में सिंह के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हुआ था और कुछ दिन पहले उन्हें भगोड़ा भी घोषित किया गया था.
यह भी बताया जा रहा है कि यहाँ से निकलने के बाद घर पहुँचने के पहले परमबीर सिंह ने मुकेश अंबानी (mukesh ambani) के एंटीलिया का चक्कर भी लगाया. परमबीर सिंह के सामने आने के बाद अब राजनीति भी तेज हो गयी है, जहाँ पहले महाराष्ट के मंत्री केंद्र की मोदी सरकार पर परमबीर सिंह को फरार करने में मदद करने का आरोप लगाते नहीं थक रहे थे, तो वहीं अब बीजेपी ने भी महाविकास आघाड़ी सरकार पर पलटवार किया है और परमबीर सिंह और शिवसेना के बीच सांठगांठ का आरोप लगाया है. बीजेपी के विधायक अतुल भातखलकर (atul bhatkhalkar) ने कांग्रेस और उद्धव पर आरोप लगाते हुए कहा कि, परमवीर सिंह केंद्र सरकार की मदद से विदेश भाग गए है, ऐसा आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेता अब मुंह छुपाकर क्यों भाग रहे है.
अतुल भातखलकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सवाल पूछा है कि 200 दिनों से ज्यादा समय तक परमवीर सिंह फरार रहे थे, तो मुख्यमंत्री ने क्या एक्शन लिया ? उसके लिए कोई अलग से समिति क्यों नहीं बनाई, फरार आरोपी को खोजने के लिये कोई इनाम क्यों नही घोषित किया ? और क्या-क्या कहा बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने आइये सुनते हैं.