संवाददाता/ in24 न्यूज़
महाराष्ट्र (maharashtra) के नागपुर (nagpur) जिले में वेतन वृद्धि को लेकर महिला आशा कर्मचारियों (asha workers) ने विरोध प्रदर्शन किया। यह आंदोलन प्रदर्शन आशा वर्क्स एव गटप्रवर्तक के नेतृत्व में किया गया. जिसके तहत सैकड़ों की संख्या में आशा कार्यकर्ता नागपुर के संविधान चौक पर जमा हुई. और केंद्र सरकार और राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए। यही नहीं इन आशा कर्मियों ने केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में ताली और थाली भी बजाया। विरोध प्रदर्शन कर रही आशा कर्मियों की मांग है कि, इनका वेतन 10 हजार रुपए किया जाए और इनके लिए पेंशन की भी सुविधा की जाए. इनका कहना है कि मार्च 2020 से कोरोना वायरस के आने के बाद से ही केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार, किसी की तरफ से भी उनके काम का भुगतान नहीं किया गया. जबकि उनका कहना है कि काम को लेकर आशा कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाया जाता है. आशा वर्करों के मुताबिक राज्य सरकार की तरफ से कुछ महीने तक वेतन दिए गए, लेकिन सितंबर 2021 के बाद से वह भी बंद कर दिया गया. जुलाई 2021 से आशा कर्मियों को 15 सो रुपए और समूह कर्मियों को 17 सो रुपए दिए गए, लेकिन उसके बाद से अभी तक कोई फंड नहीं दिया गया। इन आशा वर्करों का यह भी कहना है कि इन्हें स्कूल के काम के अलावा दवा वितरण की भी जिम्मेदारी दी जाती है, लेकिन वेतन के समय इनका ध्यान नहीं रखा जाता। इन आशा कर्मियों ने वेतन में वृद्धि और समय पर पारिश्रमिक भुगतान की भी मांग की.