गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने किया पत्राचाल का दौरा

 22 Feb 2022  381

संवाददाता/ in24 न्यूज़

पिछले कई सालों ने अपने आशियाने का सपना देख रहे पत्रा चाल के निवासियों को जल्द ही उनके सपनों का घर मिल सकता है. मुंबई के गोरेगांव पश्चिम के सिद्धार्थ नगर इलाके में स्थित पत्रा चाल (patra chawl) का उद्घाटन होने से पहले ही यहां राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड (jitendra awhad) पहुंचे। आव्हाड ने यहां स्थानीय लोगों से मुलाकात की. और उन्हें जल्द ही घर देने का वादा किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब मैं विरोधी पक्ष में था तभी से ही इस प्रकल्प के बारे में सत्ता पक्ष से सवाल कर रहा था. उन्होंने कहा कि अगर कोरोना नहीं होता तो यह प्रकल्प एक साल में पूरा हो गया होता।

आपको बता दें कि गोरेगांव में स्थित पत्रा चाल के पुनर्विकास की शुरुआत 13 साल पहले हुई थी. यहां गुरुकृपा बिल्ड़र ने काम की शुरुआत की. कुछ घरों का निर्माण किया गया, लेकिन प्रकल्प को पूरा नहीं किया गया. इसी बीच साल 2013 में म्हाडा की जांच में 1 हजार करोड़ का आर्थिक घोटाला सामने आया. घोटाले में पता चला कि एक फ़्लैट को एक दो नहीं बल्कि 9 - 9 लोगों को बेचा गया है. ये घोटाला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया, जिसमे जो परिवार अपने घर का सपना देख रहे थे, उनका सपना और भी लंबा हो गया. इसके बाद म्हाडा ने बिल्ड़र से योजना छीन कर प्रोजेक्ट को खुद पूरा करने का निश्चय किया. जिसके बाद स्थानीय लोगों को एक उम्मीद की किरण नजर आई, लेकिन 3 साल बीतने पर भी म्हाडा ने कुछ नहीं किया. पहले से बेघर 672 निवासी परिवार वाले किराये के घरों में रहने के लिए मजबूर हैं. यही नहीं इन परिवार वालों को पिछले 5 साल से किराया भी नहीं मिला है.

यही नहीं गोरेगांव का पत्राचाल उस समय और सुर्ख़ियों में आ गया, जब ईडी ने शिवसेना सांसद संजय राउत के करीबी प्रवीण राउत को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि प्रवीण को 1034 करोड़ रुपए के फ्लोर स्पेस इंडेक्स यानी एफएसआई घोटाले (fsi scam) के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गुरूआशीष कंस्ट्रक्शन को पत्राचाल में 3000 से ज्यादा फ्लैट बनाने थे, जिनमें से 672 घर पत्राचाल के निवासियों को दी जानी थी, लेकिन इसके बदले गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को अतिरिक्त एफएसआई मिलनी थी, लेकिन कंपनी ने पत्राचाल के निवासियों को घर दिए बिना अतिरिक्त एफएसआई दूसरे बिल्डरों को 1034 करोड़ रुपए में बेच दी.