संवाददाता/ in24 न्यूज़
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) में याचिका दायर की है। इस याचिका के जरिये उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए दर्ज एफआईआर को रद्द किये जाने किये जाने की मांग की है. गौरतलब है कि एनसीपी के नेता को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 3 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में रखा गया है।
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की है। जिसमें उन्होंने यह मांग की है कि उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग (Money Laundering) के तहत दर्ज एफआइआर को खारिज किया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा है की यह गिरफ्तारी गैर कानूनी है। लिहाजा उन्हें तत्काल रिहा करने का आदेश भी जारी किया जाए।
इसके पहले ईडी की कस्टडी के दौरान ही 25 फरवरी की शाम को नवाब मलिक ने पेट दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए मुंबई के जे.जे अस्पताल में भर्ती करवाया गया. हालांकि 28 तारीख को नवाब मलिक के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद वापस उन्हें ईडी के दफ्तर लाया गया। उनकी बहन सईदा खान ने बताया कि, नवाब मलिक को डायबिटीज, हाइपरटेंशन, किडनी और लीवर से संबंधित शिकायतें हैं। पिछले साल उनकी स्टोन की सर्जरी भी हुई थी। सईदा के मुताबिक मूत्र मार्ग से ज्यादा खून आने की वजह से उन्हें जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया था।
आपको बता दें कि नवाब मलिक पर दाऊद इब्राहिम (dawodo ibrahim) के परिवार और मुंबई बम ब्लास्ट से संबंधित लोगों से जमीन खरीदने का आरोप है। यही नहीं अब बताया जा रहा है कि, मलिक के बाद अब उनके परिवार पर भी जांच अधिकारियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मलिक के बेटे फराज मलिक को पूछताछ के लिए ED ऑफिस में तलब किया गया है। उन्होंने पेश होने के लिए एजेंसी के जांच अधिकारियों से समय मांगा था। ईडी के अधिकारियों ने कहा है कि सोमवार को उन्हें समन जारी किया गया था, जिसमें उन्हें दक्षिण मुंबई स्थित ईडी के कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया था।