नवनीत राणा के एमआरआई की तस्वीरें बाहर आने पर बीएमसी से लीलावती अस्पताल को नोटिस

 10 May 2022  714

संवाददाता/in24 न्यूज़. 

भीषण गर्मी के साथ ही महाराष्ट्र का सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है। निर्दलीय सांसद नवनीत राणा के इलाज के दौरान लीलावती अस्पताल में हुई कथित अनियमितताओं के बारे में सोमवार को शिवसेना नेताओं के एक दल ने अस्पताल प्रशासन से तीखे सवाल पूछे और जवाब मांगे। दूसरी तरफ बीएमसी के एच-वेस्ट वॉर्ड कार्यालय ने अस्पताल को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें नवनीत राणा के इलाज के दौरान चिकित्सा मानदंडों के कई कथित उल्लंघनों पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर, शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंदे, राहुल कनाल और अनिल कोकिल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल अस्पताल पहुंचा। शिवसेना प्रतिनिधि मंडल के साथ मीडियाकर्मी भी थे। शिवसेना नेताओं ने लीलावती अस्पताल में नवनीत राणा के इलाज के दौरान ली गईं और सोशल मीडिया पर प्रसारित तस्वीरों को लेकर सवाल पूछे। नेताओं ने अस्पताल से नवनीत राणा के एमआरआई स्कैन रिपोर्ट का विवरण मांगा। शिवसेना नेताओं ने अस्पताल प्रशासन से पूछा कि इलाज के दौरान अस्पताल में नवनीत राणा के फोटो खींचने की इजाजत कैसे दी गई? शिवसेना प्रतिनिधि मंडल का सवाल था कि एमआरआई कक्ष के अंदर इस तरह की शूटिंग (फोटोग्राफी) की अनुमति कैसे दी गई और किन परिस्थितियों में और किसने इसे अधिकृत किया? एमआरआई कक्ष में मोबाइल, धातु, बिजली या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों वाले कैमरों को अनुमति क्यों दी गई, जबकि ऐसे संवेदनशील स्थानों के लिए अस्पताल के नियमों के अनुसार इसे प्रतिबंधित किया गया है। शिवसेना के प्रतिनिधि मंडल ने अस्पताल प्रशासन से पूछा कि नवनीत राणा जिन्हें पीठ में तेज दर्द और स्पॉंडिलायसिस की शिकायत थी, तो उन्हें पीठ के बल और तकिया लगाकर कैसे लिटाया गया? एमआरआई मशीन के अंदर ले जाने पर उन्होंने अपना सिर कैसे उठाया? शिवसेना की प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने कहा कि जव नवनीत रीणा को अस्पताल ले जाया गया था, तो वह बहुत संकट में दिखाई दे रही थीं। एक दिन बाद ही जब उन्हें छुट्टी मिली, तो वह बिल्कुल फिट और ठीक थीं, जो संदेहास्पद है। हालांकि, शिवसेना नेताओं के सवालों का अस्पताल प्रशासन ने तत्काल कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। शिवसेना ने अस्पताल के सीओओ और सीनियर कंसल्टेंट, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी. रविशंकर को एक पत्र सौंपा, जिसमें नवनीत राणा के प्रवास के दौरान हुई कथित अनियमितताओं का जवाब मांगा गया है। लीलावती अस्पताल के सीईओ एस़ रविशंकर ने कहा कि सांसद राणा के पेट और रीढ़ की हड्डी दो अलग-अलग दिनों में दो बार एमआरआई की गई थी। एक एमआरआई 6 तारीख की रात को और दूसरी 7 तारीख की सुबह। इसी दौरान सांसद का सचिव या कोई कार्यकर्ता एमआरआई केंद्र में प्रवेश करने में कामयाब हो गया और स्कैनिंग के लिए जाने के दौरान जानबूझकर कुछ तस्वीरें लीं। ऐसा नहीं होना चाहिए हमने अस्पताल में हर जगह यह लिख रखा है कि फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है। यह ऐसे समय में हुआ, जब स्टाफ मरीजों से बात करने की कोशिश कर रहा था, क्योंकि वे परेशान और चिंतित हो जाते थे। इस प्रक्रिया के दौरान, पीछे से किसी ने ये तस्वीरें ले लीं। हमें सहायक मनपा आयुक्त कार्यालय एच पश्चिम वॉर्ड से जांच के लिए कारण बताओ नोटिस मिला है और हमें रिपोर्ट जमा करनी है। हम जांच कर रहे हैं। मामला दर्ज कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि सुरक्षा चूक के लिए कौन जिम्मेदार है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक दल के दबाव या प्रभाव में आने का आरोप झूठा है। बता दें कि इनदिनों नवनीत राणा लगातार शिवसेना के निशाने पर हैं।