कश्मीरी पंडितों की मदद के लिए हर संभव कोशिश करूंगा : उद्धव ठाकरे

 05 Jun 2022  368

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि टारगेट किलिंग के कारण कश्मीरी पंडित घाटी छोड़ रहे हैं. उन्हें घर वापसी का सपना दिखाया गया था, लेकिन अब उन्हें मारा जा रहा है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र कश्मीरी पंडितों के साथ है. वह उनकी हर संभव मदद करेगा. हम कश्मीरी पंडितों को बेसहारा नहीं छोड़ सकते. मालूम हो कि 1 मई से अब तक घाटी में आतंकवादी कम से कम आठ नागरिक की हत्या कर चुके हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि 1995 में शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे और तत्कालीन राज्य सरकार ने कश्मीरी पंडितों को शिक्षा में आरक्षण दिया था. हम कश्मीरी पंडितों के नेताओं के संपर्क में हैं और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में मैं उनकी मदद करने के लिए हर संभव कोशिश करूंगा. कश्मीरी पंडित भले ही घाटी से बाहर तबादले की मांग कर रहे हों, लेकिन जम्मू-कश्मीर प्रशासन ऐसे किसी मांग को फिलहाल ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि कर्मचारियों को घाटी से बाहर नहीं भेजा जाएगा बल्कि सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा. इसी सिलसिले में प्रशासन ने शनिवार को विभिन्न इलाकों में तैनात 177 कश्मीरी पंडितों का जिला मुख्यालय में ट्रांसफर या फिर समायोजन कर दिया है.आतंकियों द्वारा कश्मीर में टारगेट किलिंग की लगातार घटनाओं को अंजाम दिए जाने के बाद गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को 15 दिनों में दूसरी हाई लेवल मीटिंग की. गृह मंत्री अमित शाह ने इस मीटिंग की अध्यक्षता की. उन्होंने घाटी में रह रहे कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को और भी फूलप्रूफ बनाने का निर्देश दिया है. जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे टारगेट किलिंग को लेकर कश्मीरी पंडितों द्वारा शनिवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया गया. कश्मीरी पंडितों की मांग है कि सरकार उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे. कश्मीरी पंडितों ने कहा कि घाटी में हिन्दुस्तान का झंडा उठाने वालों को टारगेट किया जा रहा है. कश्मीरी पंडितों ने कहा कि यदि कश्मीरी हिन्दुओं पर घाटी में भी हमला होता है तो पीओके और कश्मीर में क्या फर्क रह गया है. वहीं शनिवार को जम्मू में भी हिन्दुओं ने प्रदर्शन किया। बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का बयान शिवसेना के मुखपत्र सामना के जरिए आया है.