मैं राष्ट्रपति पद का दावेदार नहीं हूं : शरद पवार
14 Jun 2022
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संवाददाता।in24 न्यूज़.
एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने साफ़ किया है कि वे राष्ट्रपति बनने की रेस में नहीं हैं. जब कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, शिवसेना और करीब-करीब टीआरएस और डीएमके तक, यानी लगभग विपक्ष की संपूर्ण ताकत शरद पवार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने को तैयार है तो शरद पवार ने बयान दिया है कि वे राष्ट्रपति पद की रेस के दावेदार नहीं हैं. राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने के लिए 15 जून को ममता बनर्जी द्वारा विपक्षी पार्टियों की संयुक्त बैठक बुलाई गई है. बीजेपी के खिलाफ जोरदार उम्मीदवार के तौर पर शरद पवार का नाम सबसे आगे आ रहा है. गुरुवार को कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुंबई में उनसे मुलाकात भी की और इसके बाद शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन से फोन पर बात भी की. रविवार को आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी पवार से फोन पर बात कर कहा कि शरद पवार राष्ट्रपति पद के लिए अत्यंत योग्य उम्मीदवार हैं. आप का उन्हें पूरा समर्थन रहेगा. ममता बनर्जी तो पहले ही अपनी सहमति दिखा चुकी हैं. यानी कल होने वाली संयुक्त बैठक से पहले लगभग पूरा विपक्ष उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने को तैयार था, लेकिन शरद पवार उम्मीदवार बनने को तैयार नहीं. अब कल की बैठक में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर शरद पवार के नाम की चर्चा होगी या नहीं? और अगर शरद पवार नहीं, तो कौन होगा विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार? इस पर सबकी नजरें लगी हुई हैं. बता दें कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी की कल एक अहम बैठक हुई. इसी बैठक में शरद पवार ने अपनी ओर से यह साफ कर दिया कि विपक्ष उनके नाम को लेकर विचार ना करे. उन्हें राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल होने में कोई रुचि नहीं है. शरद पवार के यह साफ कर देने के बाद विपक्षी खेमे में निराशा है. शरद पवार जितने कृषि के जानकार हैं उतने ही क्रिकेट के भी. इसलिए वे मौका देखकर ही चौका मारते हैं. फालतू में विकेट फेंकने की कोशिश नहीं करते. नंबर गेम के लिहाज से फिलहाल बीजेपी काफी मजबूत स्थिति में है. लोकसभा में बहुमत होने के साथ ही बीजेपी की पोजीशन राज्यसभा और करीब आधे विधानसभाओं में मजबूत है. ऐसे में बीजेपी राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के काफी करीब है. ऐसे में शरद पवार अपना हाथ क्यों जलाएं? इसलिए उनसे पहले भी एकाध बार जब यह पूछा गया तो बड़ी सफाई से वे इस सवाल को टाल गए. उन्होंने यही कहा कि उन्हें इतनी जल्दी सक्रिय राजनीति से रिटायर नहीं होना है. बता दें कि आगामी 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव है.