कांग्रेस सांसद द्वारा राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहने पर संसद में हंगामा
28 Jul 2022
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति पद की गरिमा का कांग्रेस ने अपमान किया है. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गई अशोभनीय टिप्पणी के खिलाफ आज बीजेपी नेताओं ने लोकसभा में सोनिया गांधी से माफी की मांग की. बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि सोनिया गांधी, आपने द्रौपदी मुर्मू के अपमान को मंजूरी दी. सोनिया जी ने सर्वोच्च संवैधानिक पद पर महिला के अपमान को मंजूरी दी. उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए. भारी हंगामा के बाद सदन को 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा. इससे पहले स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि कांग्रेस और उसके नेता अधीर रंजन चौधरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गई टिप्पणी पर राष्ट्रपति और देश से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू को कठपुतली कहा था और अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति को पत्नी के रूप में संबोधित किया. कांग्रेस के नेता ने ये घृणित काम किया है.स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि कांग्रेस ने सोनिया जी की अध्यक्षता में ये संस्कार और मूल्यविहीन एवं संविधान को चोट पहुंचाने वाला काम किया है. अधीर रंजन चौधरी ने ये जानते हुए भी कि ये संबोधन भारत के हर मूल्य, हर संस्कार के विरुद्ध है फिर भी उन्होंने द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्र की पत्नी के रूप में संबोधित किया. संसद में और सड़क पर कांग्रेस और उनके नेताओं को देश की प्रथम नागरिक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी और देश से माफी मांगनी चाहिए. वहीं बीजेपी का आरोप है कि सदन नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कहकर संबोधित किया है. इसके अलावा चुनाव से पहले कांग्रेस ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को कठपुतली कहा था. इस मामले पर आज स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और कहा कि इन सभी बयानों पर कांग्रेस को राष्ट्रपति और देश से माफी मांगनी होगी. उधर अपने बयानों को लेकर बीजेपी के निशाने पर आए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधनी ने लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि उन्हें उनके बयान के लिए लगाए गए आरोपों पर सदन के पटल पर बोलने का मौका दिया जाए, उन्होंने इस पर एक पत्र भी दिया है. बता दें कि राष्ट्रपति का अपमान देश का अपमान होता है, जिसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा.